'जाको राखे साइयां, मार सके न कोय'। ये कहावत एक बार फिर सिद्ध हुई। दरअसल, बरेली शहर के सीबीगंज स्थित वेस्टर्न कॉलोनी के निवासी हितेश कुमार सिरोही के घर गुरुवार को एक बच्ची ने जन्म लिया, जिसकी कुछ देर बाद ही मौत हो गई थी। हितेश शाम को ही बच्ची को दफनाने के लिए श्मशान पहुंचे और गड्ढा खुदवाया। करीब तीन फुट गड्ढा खोदने पर मजदूर का फावड़ा एक घड़े से टकराया। घड़े को जब बाहर निकाला गया तो उसके अंदर एक नवजात बच्ची थी। वह जिंदा थी और उसकी सांसें काफी तेज चल रही थीं।
पुलिस अधीक्षक (नगर) अभिनंदन सिंह ने बताया कि हितेश ने उस बच्ची को अपना लिया है। फिलहाल बच्ची का बरेली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ विनीत शुक्ला ने बताया कि बच्ची की हालत में सुधार है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र पांडे ने कहा कि बच्ची को जिंदा किसने दफनाया, इसकी जांच की जा रही है।