इस देश में एक जहाज को ही बना डाला अस्पताल, जानें आखिर क्यों

कोरोनावायरस से पूरी दुनिया परेशान हैं और बहुत कम ही देश हैं जो अभी तक इससे अछूते हैं। अमेरिका के लिए तो यह बहुत बड़ा संकट बनता हुआ नजर आ रहा हैं जिससे अभी तक 2.77 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं एवं 7 हजार से अधिक मौत भी हो चुकी हैं। इसमें सबसे अधिक मौत न्यूयॉर्क सिटी में हुई हैं। इसके चलते यहां पर एक जहाज को ही हॉस्पिटल बना दिया गया हैं।न्यूयॉर्क सिटी के मेयर बिल डे ब्लासियो कई बार केंद्रीय सरकार के प्रयासों को लेकर सवाल उठा चुके हैं। 23 मार्च को दिए अपने एक बयान में उन्होंने कहा था कि न्यूयॉर्क में कोरोना वायरस का संक्रमण खतरनाक होता जा रहा और आने वाले दस दिनों के भीतर मेडिकल सप्लाई की कमी भी हो सकती है।

वहीं न्यूयॉर्क में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए अमेरिकी नौ सेना का एक हॉस्पिटल शिप 'द कंफर्ट' न्यूयॉर्क भेजा गया है। यह शिप वर्जिनिया के नॉरफॉल्क नेवी बेस से न्यूयॉर्क के लिए रवाना हुआ है। इस शिप को न्यूयॉर्क तक पहुंचने में आठ दिन का समय लगेगा। इस शिप में 12 कमरे ऐसे हैं जो आधुनिक स्वास्थ्य उपकरणों से पूरी तरह लैस हैं। इसके साथ ही इस शिप में एक हजार से अधिक बिस्तरों की व्यवस्था है।

इसके बारें में न्यूयॉर्क के मेयर ने बताया, 'इसका मतलब ये है कि बहुत जल्दी ही मदद आने वाली है और उसके बाद हम लोगों की जिंदगियों को बचाने का काम कर सकेंगे। ' सीएनएन की खबर के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि यह शिप कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का इलाज नहीं करेगा बल्कि इसका इस्तेमाल उन लोगों के इलाज के लिए किया जाएगा जो कोरोना वायरस से नहीं लेकिन किसी और बीमारी से जूझ रहे हैं। न्यूयॉर्क सिटी अमेरिका में सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में से है। ऐसी आशंका है कि अगर कोरोना वायरस संक्रमण यूं ही बना रहा तो न्यूयॉर्क को मई तक अपनी मौजूदा क्षमता से तीन गुना हॉस्पिटल बेड की जरूरत होगी।