आपने अक्सर देखा होगा कि कई लोग शमसान या कब्रिस्तान के पास से गुजरने से भी कतराते हैं क्योंकि उन्हें इसका डर लगा रहता हैं। लेकिन क्या आप ऐसी लोगों को देखा हैं जो कब्रों के बीच बैठकर खाना खाते हैं। अगर नहीं देखा तो चले आइये अहमदाबाद जहाँ लाल दरवाजा के पास लकी रेस्टोरेंट में लोग कब्र के पास बैठकर खाना खाते हैं। जी हाँ, यह अनोखा रेस्टोरेंट है। अनोखा इस मायने में कि यहां 12 कब्रें बनी हैं, वो भी रेस्टोरेंट के भीतर।
न्यू लकी रेस्टोरेंट एक बहुत पुराने कब्रिस्तान पर बना है। इस रेस्टोरेंट के मालिक कृष्णन कुट्टी हैं। कृष्णन ने जब पुराने कब्रिस्तान पर रेस्टोरेंट खोलने के बारे में सोचा तो उन्होंने कब्रों को हटाने की बजाय उनके चारों ओर ही कुर्सी-मेज लगाने का फैसला किया। कब्रें किन लोगों की हैं, इस बारे में रेस्टोरेंट के मालिक को कुछ खास नहीं पता है। कुछ स्थानीय लोगों का दावा है कि यह कब्रें 16वीं सदी के सूफी संत के शिष्यों की हैं। रेस्टोरेंट के पास में ही सूफी संतों की दरगाह है। रेस्टोरेंट के अंदर करीब दर्जन भर कब्रें हैं, जिनके चारों ओर लोहे की छड़ें लगाईं गईं हैं।