वर्तमान समय में VIP ट्रेंड को लेकर कई बातें चल रही हैं। कई बड़े नेता और सरकारी अफसर इसका विरोध करते हैं। हांलाकि VIP ट्रेंड ऐसे ही समाप्त नहीं होने वाला हैं। आपने कई बड़े लोगों और सेलिब्रिटीज को देखा होगा जिनकी सुरक्षा और चाक चौबंध में कई लोग खड़े होते हैं। VIP ट्रीटमेंट जन-मानस तक तो ठीक था। लेकिन VIP ट्रीटमेंट से जुडी जो बात आज हम आपको बताने जा रहे हैं उसे जानकर आपको हैरानी होगी कि मध्य प्रदेश में एक बरगद पेड़ को VVIP ट्रीटमेंट मिलता हैं। सुनने में अजीब लगता है लेकिन यह सच हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में।
मध्य प्रदेश में एक बरगद पेड़ को ये ट्रीटमेंट मिलता हैं। हर साल इसकी देख-रेख पर करीब 12-15 लाख रुपए खर्च होता हैं। इसकी 24 घंटे देखभाल की जाती हैं। इसे देश का पहला VVIP पेड़ कहा जाता हैं। ये पेड़ प्रदेश की राजधानी भोपाल और विदिशा के बीच सलामतपुर की पहाड़ी पर लगा हुआ हैं।
चार गार्ड मिल के सातों दिन इसकी VVIP पेड़ की देख-भाल करते हैं। इस पेड़ के लिए विशेष तौर पर पानी की टंकी रखी हुई हैं। ये एक बोधि पेड़ हैं। जो की 100 एकड़ की जगह में सलामतपुर की पहाड़ी पर लगा हुआ हैं। साल 2012 में 21 सितम्बर को श्री लंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे ने इस बोधि वृक्ष को यहां लगाया था। इसे लोहे की करीब 15 फीट ऊंची जाली के अंदर हर वक्त होमगार्ड्स की निगरानी में रखा जाता है। पेड़ की सुरक्षा में लगे हुए गार्ड ने बताया कि साल 2012 में उसकी यहाँ पर तैनाती हुई थी। पहले बहुत लोग इस पेड़ को देखने के लिए आते थे। लेकिन फिर धीरे धीरे कम हो गए।
बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए इस पेड़ का बहुत महत्व हैं। महाबोधि सोसाइटी ऑफ़ इंडिया से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया कि ‘तीसरी शताब्दी BC में बोधि वृक्ष की एक टहनी को भारत से श्रीलंका ले जाया गया था और इसे अनुराधापुरा में उगाया गया था'। गौरतलब है कि बोधि वृक्ष के नीचे ही महात्मा बुद्ध ने मोक्ष की प्राप्ति की थी।