बचपन में सभी बच्चों के साथ कोई ना कोई घटना जरूर घटित होती हैं जो उसे जीवनभर याद रहती हैं। ऐसी ही एक घटना न्यूजीलैंड की मैरी मैकार्थी को भारी पड़ गई। इसका खुलासा तब हुआ जब महिला में कोरोना टेस्ट करवाया। टेस्ट कराते ही उनकी नाक में बहुत दर्द रहने लगा और लगातार नाक बहने भी लगी। इसके बाद खुलासा हुआ कि महिला की नाक में 37 साल से नाक में खिलौना फंसा हुआ था। 8 साल की उम्र में खेला गया एक खेल अब उन्हें काफी महंगा पड़ रहा है।
टेस्ट कराते ही उनकी नाक में बहुत दर्द रहने लगा और लगातार नाक बहने भी लगी। डॉक्टर्स से जांच कराने पर मालूम हुआ कि उन्हें क्रोनिक साइनस हो गया है। जिसके कुछ दिन बाद ही दर्द इतना ज्यादा बढ़ गया कि उन्हें हॉस्पिटल एडमिट होना पड़ा। सीटी स्कैन में पाया गया कि कि उनकी नाक में कुछ फंसा हुआ है। इसके बाद डॉक्टर्स ने सर्जरी कर इस खिलौने को बाहर निकाला।एक रिपोर्ट के मुताबिक मैरी जब छोटी थीं तब खेलते हुए एक टिडलीविंक उनकी नाक में चला गया था। उन्होंने बताया कि सब अपनी नाक पर रख कर उस प्लास्टिक के खिलौने को सांसों के दम पर उड़ाने में लगे थे। इसी दौरान उन्होंने उस चीज को गलती से अपनी नाक में अंदर की ओर खींच लिया था। उन्होंने डर की वजह से ये बात अपनी मां को नहीं बताई थी। जिसकी वजह से उसे बाहर नहीं निकाला जा सका था।
मैरी ने कहा कि कई बार सांस लेने में भी उन्हें समस्या होती थी लेकिन वह इसे आम दिक्कत समझ नजरअंदाज कर रही थी। इसी लापरवाही की वजह से उनकी दिक्कतें बढ़ती चली गई। जिस वजह से ये खिलौना उनकी नाक में 37 साल तक फंसा रहा था। इतने लंबे वक्त तक धीरे-धीरे उनकी नाक में घुसी हुई उस प्लास्टिक की छोटी चपटी चीज पर कैल्सीफाइड पदार्थ की परत जमा होने लगी।