हमारे देश में कुछ दिनों बाद ही दिवाली का त्योहार आने वाला हैं, जिसे बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इसी तरह से हर देश के अपने त्योहार और उन्हें मनाने के अपने तौर-तरीके होते हैं। आज हम आपको एक ऐसे त्योहार के बारे में बताने जा रहा हैं जहाँ त्योहार का जश्न मनाने के लिए लोग भूत-चुड़ैल का रूप धारण करते है। तो आइये जानते है इस अजीब रिवाज के बारे में।
इस त्यौहार का नाम है 'हैलोवीन' जिसे खासतौर से अपने पूर्वजों की याद में मनाया जाता है। ये त्यौहार बहुत खास माना जाता है और इसे सेलिब्रेट करने का तरीका भी बहुत ही निराला है।
हैलोवीन नामक ये त्यौहार पश्चिमी देशों में ईसाइयों द्वारा धूमधाम से मनाया जाता है। इसकी शुरुआत आयरलैंड एवं स्कॉललैंड से हुई थी। यूरोप में सैल्टिक जाति के लोगों का ऐसा मानना है कि इस समय पर मृत लोगों की आत्माएं आकर संसारिक प्राणियों से साक्षात्कार करती हैं। इसलिए इस जाति के लोग भूत-चुड़ैल बनते हैं और नाचते-गाते हैं। इतना ही नहीं हैलोवीन डे पर लालटेन जलाने की भी परम्परा है।
किसी ने भूत-चुड़ैल का अवतार धारण किया है तो किसी ने जानवरों के मौखटे, उनकी चमड़ी और उनके सिर डरावना रूप अपनाया है। सभी लोग इस डरावने अंदाज़ में जश्न मनाकर अपने पूर्वजों को याद करते हैं।