इस मंदिर में न्याय के लिए स्टाम्प पेपर पर लगाई जाती है अर्जी

भारत देश को भगवान के प्रति आस्था का केंद्र कहा जाए तो गलत नहीं होगा क्योंकि यहाँ हर धर्म के प्रति आस्था को साफ़ तौर पर देखा जा सकता हैं। लेकिन देश में आस्था से जुडी ऐसी कई चीजें हैं जिन्हें समझ पाना बहुत मुश्किल हो जाता हैं क्योंकि ये चीजें है ही इतनी अजीब कि आपकी सोच के आगे एक प्रश्न चिह्न लग जाता है। आज हम आपको ऐसे ही एक मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां लोग अपना हक़ मांगने जाते हैं और कोर्ट में लगने वाली अर्जी की तरह इस मंदिर में स्टाम्प पेपर पर अर्जी लगाई जाती हैं। तो चलिए जानते हैं इस मंदिर के बारे में।

भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित अल्मोङा में गोलू देवता का मंदिर है, जो कि चैत्य गोलू देवता के नाम से मशहूर है । गोलू देवता भगवान शिव के एक रूप भरैव का अवतार है। जिन्हें न्याय के देवता के रूप में पूजा जाता है। गोलू देवता और उनकी मां को अपने जीवन में उनकी सौतली मांओ के कारण बहुत कष्ट झेलना पङा। जिस वजह से गोलू देवता ने अपने शासनकाल में कभी किसी पर अन्याय नही होने दिया ।

अब आपको लग रहा है कि जरुरी तो नही स्टंप पेपर लिखकर बांधी इच्छा पूरी भी हो। लेकिन गोलू देवता का मंदिर जिसमें हर चीज का प्रमाण है। यहाँ हजारों की तादाद में बंधी सुंदर घंटियां यहां लोगो को मिले न्याय का प्रतीक है। यहां न्याय मांगने आता है या किसी इच्छा पूर्ति के लिए आता है। इच्छा पूरी होने पर उन्हें यहां घंटियां घंटियां चढानी होती है।