महाशिवरात्रि 2018 : शिव के इस मंदिर में मृत शरीर हो जाता है जीवित

भारत में मंदिरों का विशेष महत्व हैं। हर मंदिर से लोगों की अपनी आस्था और विश्वास जुड़ा हुआ हैं। हांलाकि कभी-कभी इस विश्वास को अंधविश्वास में बदलते देर भी नहीं लगती। लेकिन लोगों में मंदिरों के प्रति आस्था को नकारा भी नहीं जा सकता। ऐसी ही आस्था जुडी है उत्तराखंड के लाखामाल में स्थित एक प्राचीन व रहस्मयी शिव के मंदिर से। इस मंदिर के बारे में माना जाता है कि यहाँ मृत लोग भी जीवित हो जाते हैं। इस बात पर विश्वास करना बहुत मुश्किल हैं। तो चलिए आइये जानते हैं इस मंदिर और इसमें होने वाले चमत्कार के बारे में।

हम यहां बात कर रहे हैं उतराखंड के लाखामाल में स्थित एक प्राचीन व रहस्मयी भगवान शिव के मंदिर की। यहां के लिए लोगों की मान्यता है कि यदि यहां किसी मृत व्यक्ति को लाया जाए तो उसके शरीर में एक बार फिर से जान आ जाती है। बता दें कि भगवान शिव का स्थान चारों ओर से पर्वतों से घिरा हुआ है और एक खुदाई के दौरान यहां से भगवान शिव की शिवलिंग प्रकट हुई थी, जिसके बाद यहां मंदिर स्थापित कर दिया गया। यमुना तट पर स्थित यह जगह ‘बर्नीगड़’ के नाम से जानी जाती है।

इस मंदिर की मान्यता है कि यदि यहां किसी मृत शरीर को लाया जाता है तो यहां के पुजारी उस पर पवित्र जल का छिड़काव करते हैं जिसके कारण उस मृत शरीर में एक बार के लिए फिर से जान आ जाती है। और जैसे ही वह भगवान शिव का नाम लेकर गंगाजल ग्रहण करता है तो उसके शरीर से प्राण निकल जाते हैं और उस आत्मा को हमेशा के लिए मुक्ति मिल जाती है। अब इस बात में कोई सच्चाई है या नहीं ये कह पाना जरा मुश्किल है। हां, लेकिन ये यहां के लोगों को इस बात का विश्वास है।