अमेरिका में अभी सियासी गहमागहमी बनी हुई हैं क्योंकि आने वाली 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं और इसको लेकर भाषण और बयान लगातार जारी हैं। अब जब बात चुनाव की हो रही हैं तो इतिहास का सबसे चर्चित भाषण 'चेकर्स स्पीच' जरूरो याद किया जाता हैं। इसमें चेकर्स एक कुत्ता हैं जिसकी बदौलत निक्सन अमेरिका के उपराष्ट्रपति बने थे। इससे जुड़ी कहानी बेहद रोचक हैं। इस स्पीच को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने 23 सितंबर 1952 को दी थी।
यह कहानी उस समय की है, जब रिचर्ड निक्सन रिपब्लिकन पार्टी से उपराष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ रहे थे। उस दौरान न्यूयॉर्क पोस्ट में एक खबर प्रकाशित हुई कि रिचर्ड निक्सन ने एक सीक्रेट फंड बनाया है और कैम्पेन में आ रहे फंड का निजी इस्तेमाल हो रहा है। इस खबर के बाद खूब विवाद हुआ। रिपब्लिकन पार्टी के कई नेताओं ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ड्वाइट डी आइजनहावर से कहा कि रिचर्ड निक्सन का टिकट वापस ले लें।
आरोपों से घिरे निक्सन ने हॉलीवुड के अल कैपिटन थिएटर से अपनी सफाई देते हुए कैम्पेन फंड का पूरा हिसाब पेश किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डोनेशन के तौर पर उन्हें एक ऐसी चीज मिली है, जिसे वे कैम्पेन को नहीं दे सकते। यह एक काला और सफेद अमेरिकन कॉकर स्पैनियल कुत्ता है- चेकर्स। निक्सन ने बताया कि इस कुत्ते से उनकी बेटी बहुत प्यार करती है। आलोचक इसके लिए कुछ भी कहें, वह चेकर्स को किसी को नहीं देंगे।निक्सन की यह स्पीच कई मायनों में खास थी। साथ ही अमेरिका के राजनीतिक इतिहास में यह पहला टेलीवाइज्ड भाषण था, जिसे 6 करोड़ लोगों ने अपने घरों में देखा और सुना। चेकर्स स्पीच से लोग इतने प्रभावित हुए कि निक्सन के उपराष्ट्रपति बनने की राह आसान हो गई। वे 1961 तक अमेरिका के उपराष्ट्रपति रहे। फिर 1969 से 1973 तक राष्ट्रपति भी रहे।