आपने अक्सर देखा होगा कि जब भी कभी टीवी पर किसी रेप पीड़ित महिला या लड़कि की तस्वीर दिखाई जाती हैं तो उसे धुंधला कर दिया जाता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता हैं। इसके पीछे का सच आपको हिला कर रख देगा। क्योंकि यह हमारे समाज की सच्चाई हैं, लेकिन इसे कोई मानना नहीं चाहता हैं। तो आइये जानते हैं इसके पीछे की वजह के बारे में।
कई बार बलात्कार कर मार डाला जाता है। कई बार जख्मी हालत में मरने के लिए छोड़ दिया जाता है। फिर इससे जुडी समाज में कई बातें उठने लगती हैं। अब इसकी शादी में होने में तकलीफ आएगी। अब जब ये सड़क पर निकलेगी तो इसे देखकर लोग जो पहली चीज सोचेंगे, वो ये कि इसकी वेजाइना अब पवित्र नहीं रही, कौन पुरुष इसकी वेजाइना का मालिक बनना चाहेगा।
औरतें न्याय के बारे में तो सोचती ही नहीं हैं। बस इतना सोचती हैं कि किसी को पता न चले। और रेप करने वाला कोई दोस्त या उसका बॉयफ्रेंड है, तब तो ये भूल ही जाएं कि न्याय नाम की कोई चीज होती भी है। अगर वो आपका दोस्त और बॉयफ्रेंड था तो उसकी क्या गलती थी। आपने खुद उसके सामने चांदी की तश्तरी में अपने जिस्म परोसा था।
लड़कियों की तस्वीरें ब्लर कर देते हैं क्योंकि हमारे अंदर हिम्मत नहीं है इस बात को अपनाने की कि औरतों, समलैंगिकों और हिजड़ों के प्रति समाज हिंसक है। हमें शर्म आती है इस बात को मानने में कि हम बड़ी आसानी से रेप को जस्टिफाई कर लेते हैं। हमें शर्म आती है इस बात को मानने में कि हम एक रेप कल्चर का हिस्सा हैं।
इसलिए इसकी शादी में कोई तकलीफ न आए, सड़क चलते लोग उसकी वेजाइना के बारे में न सोचें, रेप होते हुए उसके शरीर की टुकड़ा-दर-टुकड़ा कल्पना न करें, इसलिए जरूरी है अखबार की रिपोर्टों में उसका नाम बदल दिया जाए, तस्वीरों में उसके चहरे ब्लर कर दिए जाएं और प्राइम टाइम पर लोगों के भोग के लिए चल रहे बड़े गुनाहों का ‘नाट्य रूपांतरण’ करने वाले शो में उसके बयान अंधेरे कमरे में रिकॉर्ड किए जाएं।