कतर अरब प्रायद्वीप के उत्तर पूर्वी तट पर स्थित एक छोटा प्रायद्वीप है। इसके दक्षिण में जहां सउदी अरब है, वहीं शेष तीनों ओर फारस की खाड़ी है। एक तेल समृद्ध राष्ट्र के रूप में कतर दुनिया का दूसरा समृद्ध देश है। लेकिन कतर में इन दिनों तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया है। भीषण गर्मी से बेहाल लोगों को राहत दिलाने के लिए सरकार ने राजधानी दोहा की सड़को पर ब्लू कोटिंग कर दी है। इसके साथ ही बाजारों, सार्वजनिक स्थानों और बड़े-बड़े शॉपिंग माल में सरकार की तरफ से एयर कंडीशन लगाए गए हैं। ताकि घरों से बाहर रहने या यहां से निकलने वाले लोग बाहरी तापमान सहन कर सकें।
विशेषज्ञों के अनुसार, सड़क की ब्लू कोटिंग करने से शहर का तापमान कम होगा। यह रंग काले के मुकाबले कम गर्मी सोखता है। इससे लंबे समय तक सतह ठंडी रहती है। इसमें विशेष हीट-रिफ्लेक्टिंग पिगमेंट भी मिलाया गया है। इंजीनियर साद अल-डोसारी के मुताबिक, डामर का तापमान वास्तविक तापमान से 20 डिग्री अधिक रहता है, क्योंकि काला रंग ऊष्मा को आकर्षित और प्रसारित करता है। यही नहीं, ठंडी हवा का प्रवाह बनाए रखने के लिए यहां अधिकतर रास्ते और गलियां उत्तर की तरफ मुख वाली बनाई जा रही हैं, ताकि उस दिशा से ठंडी हवा आ सके।
सार्वजनिक स्थानों पर सैकड़ों की संख्या में एसी लगाने से कॉर्बन उत्सर्जन और ग्लोबल वार्मिंग का संकट बढ़ सकता है।बता दें कि, कतर विश्व में सबसे अधिक कॉर्बन उत्सर्जन करने वाला देश है। यहां अमेरिका की तुलना में 3 गुना अधिक और चीन से 6 गुना तक अधिक कार्बन उत्सर्जन होता है। राजधानी दोहा के सार्वजनिक स्थानों पर हजारों की संख्या में एसी लगाने से भी ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन और बढ़ेगा।
कतर का औसत तापमान 2 डिग्री तक अधिक है और यह प्री इंडस्ट्रियल लेवल के लिए ग्लोबल लक्ष्य 1.5 डिग्री तक अधिक है। यह लक्ष्य 2015 में पेरिस जलवायु परिवर्तन के तहत तय किया गया था। अगर ग्लोबल वार्मिंग 2 डिग्री तापमान तक बढ़ता है तो इसका असर कतर के तापमान पर पड़ेगा। कतर पर्यावरण और एनर्जी रिसर्च इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर मोहम्मद अयूब ने कहा कि इस कवायद से यहां का तापमान 4-6 डिग्री तक बढ़ सकता है।
बता दे, दोहा इतना गर्म इसलिए है क्योंकि यह फारस की खाड़ी में प्रायद्वीप पर है। यहां पानी की सतह का तापमान 32 डिग्री के आसपास होता है। इससे शहर का तापमान 46 डिग्री तक पहुंच जाता है। समुद्र का तापमान बढ़ने पर यहां आर्द्रता भी बढ़ती जाती है।