मंगल पर एलियंस की मौजूदगी! वैज्ञानिकों को इस तरह हुआ यकीन

एलियन को लेकर हमेशा ही शोध सामने आते रहे हैं। लेकिन अब तक यह साबित नहीं हो सका है कि आखिर एलियन का वजूद है की नहीं। लेकिन हाल ही में एक शोध में वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है कि MARS पर एलियंस की मौजूदगी है। NASA के वैज्ञानिकों को इस बात का पूरा यकीन हो गया है। दरअसल, MARS पर पानी और बादल के बाद अब नमक भी मिला है। मई के अंत में वैज्ञानिकों को नमक मिलने के बाद उन्होंने ये मान लिया है कि मंगल पर एलियंस मौजूद है। मंगल ग्रह पर मिला नमक जियोलॉजिकल प्रक्रिया का अंग है। ऐसे में यहां मिला ऑर्गेनिक सॉल्ट या नमक जीवाणुओं का निशान हो सकता है। मंगल पर खोज के लिए ऑर्गैनिक मॉलिक्यूल मिलने NASA के लिए अहम है लेकिन यह चुनौतीपूर्ण है। रिसर्चर्स की ये नई खोज जर्नल ऑफ जियोफिजिकल रिसर्च में प्रकाशित हुई है।

NASA की खोज के बाद इस बात की संभावना बढ़ गई है कि लाल ग्रह पर जीवन संभव है। धरती पर ऐसा जीवन देखा गया है जो ऑर्गैनिक नमक, ऑग्जलेट (oxalates) और एसेटेट (acetate) पर निर्भर होता है।

एलियंस के फिंगरप्रिंट्स भी मिलेंगे

शोध की टीम में शामिल जेम्स लेविस (James Lewis) बताते हैं कि अगर मंगल ग्रह ऑर्गेनिक सॉल्ट मिला है तो हमें उन जगहों पर और खोज करनी है, जहां नमक दिखा हो। इन जगहों पर ड्रिल करके खोज की जाएगी। इस तरह से हम अरबों साल पहले की ऑर्गेनिक कैमिस्ट्री का पता लगा सकेंगे। इस बात का भी सबूत मिल जाएगा कि यहां पहले भी जीवन रहा है। मंगल पर जीवन रहा होगा तो यहां मिलने वाले ऑर्गेनिक कंपाउंड्स पर उन एलियंस के फिंगरप्रिंट्स भी मिलेंगे।

जेम्स लेविस आगे कहते हैं कि 'अगर हम मंगल पर सतह के नीचे ड्रिल कर सकते हैं, जहां ऑर्गैनिक मैटर सुरक्षित मिल सकता है।' लेविस के लैब एक्सपेरिमेंट और Curiosity में लगे पोर्टबल लैब (Sample Analysis at Mars, SAM) से मिले डेटा के आधार पर इस क्षेत्र में रिसर्च बढ़ाया जा सकता है।

2018 में मार्स पर मिला था कार्बन

साल 2018 में नासा के क्यूरियॉसिटी रोवर (NASA's Curiosity rover) को ऐसे ऑर्गेनिक कंपाउंड्स मार्स पर मिले थे, जिनमें कार्बन था। तभी इस बात को बल मिला था कि मार्स पर जीवन संभव है। चूंकि यहां मिलने वाले कंपाउंड्स आकार में छोटे होते हैं, ऐसे में रिसर्च में समय भी लग रहा है।

सौरमंडल के बाहर हर तीसरा ग्रह धरती से बड़ा

साल 2018 में एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई थी कि हम एलियन से चारों तरफ से घिरे हुए हैं। हमारे सौरमंडल से बाहर हर तीसरा ग्रह धरती से दो से चार गुना ज्यादा बड़ा है और यहां काफी मात्रा में पानी भी मौजूद है। यही नहीं इन ग्रहों पर एलियन की मौजूदगी की संभावना भी है।

नए ग्रहों की खोज में जुटे केप्लर स्पेस टेलिस्कॉप और गाया मिशन ने संकेत दिए थे कि अब तक ढूंढे गए ग्रहों पर 50% तक पानी उपलब्ध है। यह धरती की तुलना में बहुत ज्यादा है क्योंकि धरती पर 0।02% पानी ही मौजूद है। अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के ली झेंग के मुताबिक यह बहुत ही हैरानी की बात है कि इन ग्रहों पर इतनी ज्यादा मात्रा में पानी मौजूद है। झेंग अब तक सौरमंडल से बाहर करीब 4 हजार ग्रहों को ढूंढ चुके हैं। ये सभी ग्रह धरती से डेढ़ से दो गुना तक बड़े हैं। समीक्षा के बाद वैज्ञानिकों ने एक आंतरिक ढांचा तैयार किया है, जो इस संबंध को समझने में मदद करेगा।