चीन से पनपे कोरोना की मार आज पूरी दुनिया झेल रही हैं और सभी को लॉकडाउन का सामना करना पड़ रहा हैं ताकि इसके संक्रमण को रोका जा सकें। हर देश अपनी जनता को जागरूक कर रहा हैं और लॉकडाउन का पालन करवाने में लगा हुआ हैं। लेकिन कई लोग अभी भी लॉकडाउन के नियमों को पालन नहीं कर रहे हैं और बिना किसी डर-भय के सड़कों पर आराम से घूम रहे हैं। इसको लेकर इंडोनेशिया के जावा प्रांत के केपूह गांव द्वारा भूतों की मदद ली गई हैं।
गांव के मुखिया का कहना है कि यहां बहुत से लोग लॉकडाउन को लेकर जागरूक नहीं हैं, इसलिए नियमों को मानने में आनाकानी कर रहे हैं। ऐसे में बात जब पुलिस प्रशासन तक पहुंची तो उन्होंने कुछ लोगों को सफेद कपड़े पहना कर भूत की तरह बना दिया और मोहल्लों के बाहर बैठा दिया। रात में जब भी कोई गांव वाला घर से बाहर निकलता है तो ये 'भूत' उसे डराते हैं और घर जाने को मजबूर करते हैं। यह अनोखा आइडिया कुछ स्थानीय युवाओं ने ही प्रशासन को दिया था।
स्थानीय लोग ऐसे भूतों को 'पोकॉन्ग' कहते हैं। इसे इंडोनेशियाई भूत भी कहा जाता है। मान्यता है कि मृत लोगों की आत्माएं सफेद कपड़े पहन कर पोकॉन्ग के रूप में सड़कों पर घूमती रहती हैं। हालांकि अब प्रशासन की यह अनोखी मुहिम फेल होती नजर आ रही है, क्योंकि अब लोगों को इसके बारे में पता चल गया है, इसलिए वो 'पोकॉन्ग' को देखने के लिए घरों से बाहर निकल रहे हैं।
यूक्रेन में भी कुछ ऐसी ही मुहिम चलाई गई है, लेकिन यहां का तरीका बिल्कुल अलग है। यहां लोगों के अंदर डर पैदा करने के लिए निपरो शहर में 600 कब्रें खोदी गई हैं और बताया गया है कि यहां कोरोना वायरस से मरने वालों को दफनाया जाएगा। शहर के मेयर बोरेस फिलातोव ने खुद अपनी फेसबुक पोस्ट में इस बात की पुष्टि की है। हालांकि निपरो में अब तक 13 मामले ही सामने आए हैं, जिसमें से किसी की भी मौत नहीं हुई है।
बता दें कि दुनियाभर में अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण से एक लाख 20 हजार लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 19 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। वहीं इंडोनेशिया की अगर बात करें तो यहां इस वायरस से अब तक करीब 400 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई लोग संक्रमित हैं।