शव को बीच में रखकर परिवार रहा मुस्कुराता, फोटो को लेकर छिड़ी सोशल मीडिया पर बहस

सोशल मीडिया पर आए दिन कई तस्वीरें वायरल होती हैं। इनमें से कुछ फोटो पर लोगों की विभिन्न सोच भी आड़े आ जाती हैं जो बहस का कारण बन जाती हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला एक परिवार की तस्वीर पर जो शव को बीच में रखकर मुस्कुराते हुए तस्वीर खींचाता रहा। अब इस तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया में बहस छिड़ गई है कि आखिर ये कैसा परिवार है, जो किसी की मौत पर इतनी खुशी मना रहा है। केरल के मंत्री वी सिनवनकुट्टूी भी इसमें शामिल हुआ। शिक्षा मंत्री के पोस्ट पर नेटिजन्स की मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोगों ने हंसते-मुस्कुराते हुए पोज देने पर परिवार की आलोचना की है, तो कइयों ने सपोर्ट में लिखा है कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है।

मामला पठानथिट्टा जिले के मालापल्ली गांव का है, जहां पिछले हफ्ते 95 वर्षीय मरियम्मा का अंतिम संस्कार किया गया। 17 अगस्त को उनकी मौत हो गई थी। वायरल तस्वीर में परिवार के कम से कम 40 मेंबर मुस्कुराते हुए नजर आते हैं। मरियम्मा पिछले एक साल से बिस्तर पर थी, जिनकी हालत बीते कुछ हफ्तों में काफी बिगड़ गई थी। उनके नौ बच्चे और 19 पोते-पोतियां हैं, जो दुनिया भर में फैले हुए हैं। अंतिम संस्कार के वक्त ज्यादातर सदस्य घर पर ही थे।

केरल के शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने भी फैमिली का सपोर्ट किया है। उन्होंने फेसबुक पर एक लंबी-चौड़ी पोस्ट शेयर की है। जिसमें उन्होंने लिखा है, ‘मृत्यु दर्दनाक है। लेकिन यह भी एक विदाई है। उन लोगों को मुस्कुराते हुए विदाई देने से ज्यादा खुशी की बात और क्या हो सकती है, जो हमेशा खुशी से रहते हैं?’ इसके साथ ही कहा, ‘इस तस्वीर को नकारात्मक टिप्पणियों की जरूरत नहीं है।’

आलोचनाओं पर मृतक के बेटे व चर्च के पादरी डॉ. जॉर्ज ओमेन का कहना है कि उन्हें और उनके परिवार को ऐसे नकारात्मक बातों से फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा, ‘मरियम्मा आखिरी सांस तक खुशी से रहीं। वे अपने सभी बच्चों और पोते-पोतियों से खूब प्यार करती थीं। उन पलों को संजोने के लिए ही परिवार ने ये तस्वीर क्लिक करवाई थी।’ डॉ. जॉर्ज ओमेन ने यह भी कहा है, ‘जिन्हें ये तस्वीर पसंद नहीं आई, शायद उन्होंने मृत्यु के बाद केवल आंसू और विलाप ही देखे होंगे। हमने विलाप करने के बजाए मरियम्मा को खुशी-खुशी विदा करने का फैसला लिया।’