एस्सेक्स के रहने वाले एक व्यक्ति को पेड़ के तने को छीलना भारी पड़ा। ऐसा करने पर व्यक्ति के ऊपर पेड़ काटने के आरोप में 55 लाख रुपए ( 60 हजार पाउंड ) का जुर्माना लगाया गया है। दरअसल, स्टीफन लॉरेंस ने पहले तो पेड़ को हटाने के लिए स्थानीय प्रशासन को दो आवेदन दिए थे, जो खारिज हो गए। इसके बाद लॉरेंस ने पेड़ के तने को छीला और उसमें दो छेद कर दिए ताकी वह सूख जाए, जिसके बाद उसे हटाना आसान हो जाए। शिकायत मिलने पर काउंसिल ने माना कि लॉरेंस ने पेड़ को बहुत नुकसान पहुंचा है। इससे वह गिर सकता है। अफसरों ने लॉरेंस की गलती पर 12 दिसंबर को स्थानीय कोर्ट में पेश किया। जहां उसने जानबूझकर पेड़ को क्षति पहुंचाने की बात स्वीकार की। इसके बाद कोर्ट ने पहले आदेश में लॉरेंस पर करीब 83 लाख रुपए (90 हजार पाउंड) का जुर्माना लगाया। इसमें 92 हजार रुपए (1004 पाउंड) पेड़ की कीमत और 2949 रुपए (32 पाउंड ) सरचार्ज लगाया गया। हालांकि, बाद में लॉरेंस द्वारा याचना करने पर कोर्ट ने जुर्माने की रकम को 55 लाख रुपए (60 हजार पाउंड) कर दिया।
सस्टेनिबल कम्युनिटीज कैबिनेट के सदस्य और काउंसलर माइक मैक्रॉरी के मुताबिक, जुर्माना की रकम पेड़ की उम्र और उसके मूल्य को देखते हुए तय की गई थी। पेड़ काफी पुराना है। स्थानीय निवासियों के बच्चे रोज इसके नीचे खेलते हैं। यह कार्बन को सोखता है और वहां के पर्यावरण के लिए इसकी उपयोगिता अब भी बहुत है। लॉरेंस द्वारा पेड़ को नुकसान पहुंचाने जाने की शिकायत इस साल जनवरी में पत्र लिखकर की गई थी।