लड़का-लड़की का शादी करना सामान्य बात है लेकिन दो लड़कों की शादी की बात सोचकर दिमाग में कई तरह के सवाल उठने लगते है। बता दे, एक लिंग के दो लोगों के विवाह को समलैंगिक विवाह कहते है। समलैंगिकता का अर्थ किसी व्यक्ति का समान लिंग के लोगों के प्रति यौन और रोमांसपूर्वक रूप से आकर्षित होना है। वे पुरुष, जो अन्य पुरुषों के प्रति आकर्षित होते है उन्हें 'पुरुष समलिंगी' या गे और जो महिला किसी अन्य महिला के प्रति आकर्षित होती है उसे भी गे कहा जा सकता है लेकिन उसे आमतौर पर 'महिला समलिंगी' या लेस्बियन कहा जाता है। पहले समलैंगिक विवाह अपराध माना जाता था लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले ने इसी अपराध की श्रेणी से हटा दिया है। अब अगर दो वयस्क आपसी सहमति से समलैंगिक संबंध बनाते हैं तो उसे अपराध नहीं माना जाएगा।
भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में समलैंगिक विवाह अब एक आम बात हो गई है। हाल ही में एक ताजा मामला सामने आया है जिसमें दो भारतीय मूल के लड़कों ने एक-दूसरे को खुद का हमसफर बना लिया और शादी के सात फेरे लिये। पराग मेहता और वैभव जैन अमेरिका में रहने वाले दो भारतीय लड़के हैं। दोनों एक-दूसरे से प्यार करते हैं और इन्होंने धूमधाम से शादी भी की। बता दें कि दोनों ने अप्रैल में शादी की थी, लेकिन दोनों अब जाकर सुर्खियों में आए हैं।
इस शादी को मिली परिवार से मंजूरी
पराग और वैभव की शादी में सबसे खास बात ये थी इनके परिवार वाले समलैंगिक शादी के खिलाफ नहीं थे और उन्होंने ही धूमधाम से इनकी बारात निकाली। पराग और वैभव ने भी अपनी शादी में कोई कसर नहीं छोड़ी। पूरे रीती रिवाज से सम्पन्न हुई शादी
अपनी शादी में दोनों दूल्हे की तरह सजकर आए। दोनों ओर से बारात भी आई। सिर पर सहरा सजाने से लेकर हाथों में मेहंदी लगाने तक दोनों ने सभी परंपराएं पूरी की। अपनी शादी को रीति-रिवाजो से जोड़ते हुए इन दोनों ने मॉडर्न टच दिया। दोनों बारात और परिवारवालों के साथ नाचते-गाते हुए मंडप तक भी आए। बारात का स्वागत भी काफी अच्छा था और दोनों की सास ने इनका तिलक भी किया। जब बात कन्यादान की आई तब भी वैभव ने इसमें थोड़ा चेंज किया। वैभव ने कन्यादान की बदले वरदान करवाया। इसमें दूल्हे का दान हुआ। इसमें सबसे अच्छी बात यह है कि वैभव और पराग की फैमिली वालों ने दोनों का खूब अच्छे से समझा और उनका साथ दिया।