इस पाकिस्तानी शख्स ने ब्रिटेन में कर डाला कुछ ऐसा, जांच टीम को जाना पड़ा कराची

आपने देखा ही होगा कि सभी अपने परिवार की सुरक्षा और उन्हें आर्थिक परेशानी से बचाने के लिए बीमा करवाते हैं ताकि उनकी म औत के बाद उनके परिवार को आर्थिक मदद मिल सके। लेकिन कई लोग ऐसे होते हैं जो इसका गलत फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला ब्रिटेन में जहां एक पाकिस्तानी शख्स ने जालसाजी करने की कोशिश की और अपनी मौत का नाटक कर एक बीमा कंपनी से नौ करोड़ रुपये ठगने की कोशिश की। इस शर्मनाक हरकत की वजह से उसे पांच साल जेल की सजा हो गई है।

जब बीमा कंपनी से उसकी मौत की पुष्टि के लिए उसकी पत्नी के पास फोन आया तो उसने खुद महिला की आवाज में बात की और कंपनी को बेवकूफ बनाने की कोशिश की। इस पाकिस्तानी शख्स का नाम सैय्यद बुखारी (39) है। उसने बीमा की रकम लेने के लिए 19 दिसंबर को बीमा कंपनी को एक ईमेल किया था और अपनी मौत की जानकारी दी थी। इसके बाद कंपनी की तरफ से फोन आने पर उसने महिला की आवाज में बात कर बताया कि मौत कराची में दिल का दौरा पड़ने से हुई है।

फिर बीमा कंपनी ने मामले की जांच-पड़ताल के लिए लंदन सिटी पुलिस की इंश्योरेंस फ्रॉड एन्फोर्समेंट डिपार्टमेंट के अधिकारी माइक मॉन्कटन को नियुक्त किया। फिर तीन स्तर पर बुखारी के दावे की जांच शुरू हुई। सबसे पहले उसने क्लेम फाइल में जो मेडिकल सर्टिफिकेट और डेथ सर्टिफिकेट (मृत्यु प्रमाण पत्र) लगाए थे, उसकी जांच की गई। मेडिकल सर्टिफिकेट में मौजूद फिंगरप्रिंट में बुखारी की तीन ही ऊंगलियों के निशान मिले। इसके बाद जांच टीम पड़ताल के लिए कराची पहुंच गई।

बुखारी ने कराची में जिस कब्रिस्तान में खुद को दफनाए जाने का दावा किया था, वहां जब रजिस्टर की जांच की गई तो उसका कोई रिकॉर्ड ही नहीं मिला। फिर जांच करने वाली टीम यूनियन काउंसिल के दफ्तर पहुंची। यही से बुखारी का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया था। यहां भी जब रजिस्टर की जांच की गई तो पता चला कि रजिस्टर में बुखारी का नाम तो था, लेकिन पहचान पत्र और मेडिकल सर्टिफिकेट का आईडी नंबर बीमा कंपनी को दी गई जानकारी से मेल नहीं खा रही थी। इसके बाद जांचकर्ता तुरंत मेडिकल सर्टिफिकेट जारी करने वाले अस्पताल के पते पर पहुंचे, तो पता चला कि वहां तो कोई अस्पताल ही नहीं था। उस इलाके के आसपास रहने वाले डॉक्टरों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि ऐसे किसी अस्पताल का तो उन्होंने कभी नाम भी नहीं सुना है।

इस दौरान पुलिस ने महिला की आवाज में बुखारी द्वारा फोन पर बताए गए लोगों से भी संपर्क किया और साथ ही फोन पर बीमा की रकम के लिए क्लेम करने वाली महिला की आवाज की जांच की तो पता चला कि वो आवाज महिला की नहीं बल्कि बुखारी की ही है। फिर क्या, बुखारी को ढूंढकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया और लंदन क्राउन कोर्ट में पेश किया गया। गुरुवार को मामले की हुई सुनवाई में अदालत ने बुखारी को कुल पांच साल 11 महीने जेल की सजा सुनाई।