यह दुनिया कई रहस्यों से भरी हैं जिसमें कई जगहें ऐसी हैं जो किसी को भी हैरान कर सकती हैं। हर क्षेत्र की अपनी अलग विशेषता होती हैं और ऐसा ही कुछ देखने को मिलता हैं यमन की राजधानी सना के पश्चिम में मनख के निदेशालय के हरज क्षेत्र में स्थित अल-हुतैब गांव में जहां कभी बारिश नहीं होती हैं। जी हां, यहां कभी बारिश ही नहीं होती हैं। ऐसा नहीं है कि यह जगह कोई रेगिस्तान है, बल्कि यह एक गांव है, जहां लोग रहते हैं।
यहां अक्सर पर्यटक आते रहते हैं और शानदार नजारे का लुत्फ उठाते हैं। यहां पहाड़ों की चोटी पर भी इतने खूबसूरत घर बनाए हुए हैं, जिसे लोग देखते ही रह जाते हैं। यह गांव पृथ्वी की सतह से 3,200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। गांव के चारों ओर का वातावरण वास्तव में काफी गर्म है। हालांकि सर्दियों के दौरान सुबह के समय वातावरण बहुत ठंडा होता है, लेकिन जैसे ही सूरज उगता है, लोगों को गर्मियों का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीण और शहरी विशेषताओं के साथ प्राचीन और आधुनिक वास्तुकला दोनों को जोड़ने वाला यह गांव अब 'अल-बोहरा या अल-मुकरमा' लोगों का गढ़ है। इन्हें यमनी समुदाय कहा जाता है। ये मुहम्मद बुरहानुद्दीन के नेतृत्व वाले इस्माइली (मुस्लिम) संप्रदाय से आते हैं, जो मुंबई में रहते थे। साल 2014 में अपनी मृत्यु तक हर तीन साल में वो इस गांव का दौरा करते थे। इस गांव की सबसे खास बात ये है कि यहां कभी बारिश नहीं होती। इसकी वजह ये है कि ये गांव बादलों के ऊपर बसा हुआ है। बादल इस गांव के नीचे ही बनते हैं और बरस जाते हैं। यहां का नजारा ऐसा है, जैसा शायद ही आपने कभी कहीं देखा होगा।