नाग-नागिन की कहानियां अक्सर हम फिल्मों में देखते आ रहे है। कहते है कि नाग-नागिन के जोड़े में से अगर एक की मौत हो जाती है तो दूसरा भी वहीं आकर दम तोड़ता है जहां पहले की मौत हुई। फिरोजाबाद में नाग-नागिन को लेकर ऐसी ही घटना सामने आई है। फिरोजाबाद के नगलासूरज गांव में करीब चार दिन पहले एक नाग चारा काटने वाली मशीन में फंस कर कट गया। जिस किसान की मशीन में फंस कर नाग मरा, उस किसान ने उस नाग को दफनाया नहीं। किसान ने बताया मरने के बाद मैंने नाग को पेड़ से लटका दिया था। नगलासूरज गांव के ग्रामीणों ने बताया कि नाग-नागिन का जोड़ा था। जोड़े में से नाग तो मर गया लेकिन नागिन जिंदा थी। नाग के मरने के चार दिन बाद मंगलवार को नागिन भी नाग के शव के पास आकर बैठ गई। लोग नागिन को देख उसे दूध पिलाने के लिए रखा। लेकिन नागिन ने न तो दूध पीया न ही किसी को नुकसान पहुंचाया।
नागिन पूरे दिन वहीं मरे हुए नाग से लिपट कर बैठी रही। कभी आसपास घूमती तो कभी एक किनारे शांत से बैठ जाती। आखिरकार पूरा दिन बिताने के बाद नागिन ने नाग के नजदीक ही दम तोड़ दिया।
नाग-नागिन दोनों के मरने के बाद उस जगह पर दर्जनों ग्रामीण जमा हो गए। इसके बाद अब नगलासूरज गांव के ग्रामीणों ने दोनों को दफना दिया। अब सभी ग्रामीण कह रहे हैं कि नाग-नागिन के लिए उसी स्थान पर जहां दोनों की मौत हुई, वहीं चंदा इक्कठा करके एक छोटा सा मंदिर बनाया जाएगा।