'ग्रेट ब्लू होल' गुफा से जुड़े हैं कई रहस्य, धरती की सबसे अद्भुत जगह

इस धरती पर कई अद्भुत और रहस्यमय जगहें हैं जिनकी विशेषता अविश्वश्नीय हैं और आपको सोचने पर मजबूर कर देती हैं। आज इस कड़ी में हम एक ऐसी ही अनोखी जगह के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसका नाम हैं 'ग्रेट ब्लू होल' गुफा जो कि समुद्र के बीचों-बीच गोलाकार आकार में बनी हुई हैं। दुनियाभर से लोग यहां स्कूबा डाइविंग के लिए आते हैं। इसका व्यास 318 मीटर है और गहराई 125 मीटर है।

माना जाता है कि 'ग्रेट ब्लू होल' का निर्माण करीब डेढ़ लाख साल पहले से लेकर 15 हजार साल पहले तक कुल चार चरणों में हुआ था। उस समय यहां समुद्र का स्तर काफी कम था, जिस वजह से यह गुफा समुद्र के ऊपर दिखाई देती थी। बाद में जब समुद्र का स्तर बढ़ा तो यह गुफा भी पूरी तरह पानी में डूब गई।

यह गुफा चूने से बनी है और इसके भीतर कई तरह की मछलियां और अन्य समुद्री जीवों की प्रजातियां पाई जाती हैं। दुनियाभर के गोताखोर यहां पानी के नीचे के टीलों और स्टैलेक्टाइट फॉर्मेशन को देखने के लिए आते हैं और इसके रहस्यों को समझने की कोशिश करते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि 'ग्रेट ब्लू होल' के अंदर कई गुफाएं हैं।

'ग्रेट ब्लू होल' को पूरी दुनिया में प्रसिद्ध करने का श्रेय फ्रांस के वैज्ञानिक जैक्स कॉस्ट्यू को दिया जाता है। उन्होंने इसके रहस्यों का खुलासा करते हुए इस जगह को दुनिया के शीर्ष पांच स्कूबा डाइविंग जगहों में से एक घोषित किया था। साल 1971 में वो अपना जहाज लेकर इस समुद्री गुफा की गहराई नापने आए थे।

साल 2012 में डिस्कवरी चैनल ने 'पृथ्वी की 10 सबसे अद्भुत जगहों' की सूची में 'ग्रेट ब्लू होल' को पहले स्थान पर रखा था। आश्चर्य से भरी यह जगह यूनेस्को की विश्व विरासत स्थलों में से एक बेलीज बैरियर रीफ सिस्टम का हिस्सा है। यह दुनिया का अपनी तरह का सबसे बड़ा प्राकृतिक निर्माण है।