आखिर कहाँ से आई इस वीरान आइलैंड पर 900 रहस्यमय मूर्तियां?

यह दुनिया कई रहस्यमयी जगहों से भरी हैं जिनकी सच्चाई का पता लगाना कोई आसान काम नहीं हैं। आज इस कड़ी में हम आपको एक ऐसी ही रहस्यमय जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपनी अनोखी मूर्तियों के लिए जाने जाती हैं। हम बात कर रहे हैं ईस्टर आइलैंड के बारे में जो की दक्षिण अमेरिका में एंडीज पर्वत और प्रशांत महासागर के बीच स्थित देश चिली में है। यहां करीब 900 रहस्यमय मूर्तियां हैं जो आज भी रहस्य बनी हुई हैं।

यहां बनी रहस्यमय मूर्तियों को 'मोई' नाम से जाना जाता है। ये मूर्तियां लगभग 100 टन वजनी और 30-40 फीट लंबी हैं और सबसे खास बात कि ये देखने में लगभग एक जैसी ही लगती हैं। ऐसा लगता है जैसे सभी को एक ही सांचे में ढाला गया हो। कहते हैं कि पत्थर की ये मूर्तियां इतनी मजबूत हैं कि हथौड़े से ठोके जाने के बावजूद इनमें छोटी-मोटी खरोंच के अलावा इन्हें कोई खास नुकसान नहीं पहुंचता। इन मूर्तियों को लेकर एक सवाल हमेशा से बना हुआ है कि आखिर जब इस आइलैंड पर किसी इंसान के रहने के कोई सबूत नहीं मिले हैं तो ये मूर्तियां आखिर यहां आईं कैसे और वो भी एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों?

कुछ लोगों का मानना है कि सैकड़ों साल पहले एलियंस इस आइलैंड पर आए थे और उन्होंने ही इन मूर्तियों का निर्माण किया था, लेकिन वो इन्हें बीच में ही छोड़कर चले गए। हालांकि ये सब कही-सुनी बातें हैं, जिसका कोई प्रमाण किसी के पास मौजूद नहीं है। बताया जाता है कि इन मूर्तियों को रापा नुई कहे जाने वाले लोगों ने वर्ष 1250 से लेकर 1500 के बीच बनाया था, जो ईस्टर आइलैंड पर ही रहते थे। इन्हें बनाने के पीछे की वजह ये बताई जाती है कि वो इन्हें अपने पूर्वजों की याद और सम्मान में बनाते थे, लेकिन इन मूर्तियों को बनाने के चक्कर में जब पेड़ों की अंधाधुंध कटाई होने लगी तो इस द्वीप पर रहना रापा नुई के लिए मुश्किल हो गया। माना जाता है कि इसी वजह से वो इन मूर्तियों का काम अधूरा छोड़कर ही यहां से कहीं और चले गए।