शिव के इस मंदिर से जुडी है रहस्यमयी घटना, मां गंगा स्वयं करती है जलाभिषेक

सावन का महीना हो और शिव का जयकारा ना हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। सावन का पूरा महीना भगवान शिव को ही समर्पित होता हैं और इस महीने में सभी भक्तगण भगवान शिव के मंदिर में उनके दर्शन करने के लिए जाती हैं। और लोग आतुर भी क्यों ना हो, आखिर भगवान शिव की महिमा ही इतनी भारी हैं। यहाँतक कि उनके मंदिर भी कई रहस्य लिए हुए हैं। आज हम आपको भगवान शिव के ऐसे ही एक मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे कई रहस्य जुड़े हुए हैं और इससे शिव भक्तों की गहरी आस्था जुड़ी है। इस मंदिर का नाम हैं टूटी झरना मंदिर। तो आइये जानते हैं इस रहस्यमयी मंदिर के बारे में।

भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर बेहद अद्भुत है क्योंकि यहां शिवलिंग का जलाभिषेक कोई और नहीं बल्कि स्वयं मां गंगा करती हैं। झारखंड के रामगढ़ जिले में स्थित टूटी झरना नामक इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग का जलाभिषेक साल के बारह महीने और चौबीसों घंटे स्वयं मां गंगा द्वारा किया जाता है। मां गंगा द्वारा शिवलिंग की यह पूजा सदियों से निरंतर चलती आ रही है।

शिव भक्तों का मानना है कि इस मंदिर में आकर अगर कोई व्यक्ति सच्चे दिल से कुछ मांगता है उसकी वह इच्छा जरूर पूरी होती है। स्थानीय लोगों के अनुसार वर्ष 1925 में अंग्रेजी सरकार ने इस स्थान पर रेलवे लाइन बिछाने के लिए खुदाई का कार्य आरंभ किया, तब उन्हें जमीन के अंदर कोई गुंबद के आकार की चीज नजर आई।

गहराई पर पहुंचने के बाद उन्हें पूरा शिवलिंग मिला और शिवलिंग के ठीक ऊपर गंगा की प्रतिमा मिली जिसकी हथेली पर से गुजरते हुए आज भी जल शिवलिंग पर गिरता है। यही वजह है कि यह रहस्यमय मंदिर आज भी आस्था का केन्द्र बना हुआ है।