खाना तो दूर इस मशरूम को छूना मतलब मौत को दावत देना, हो सकती है गंभीर बीमारियां

मशरूम (Mushroom) एक प्रकार का कवक (फंगस) है जिसे कई जगहों पर कुकुरमुत्ता भी कहा जाता है। मशरूम बरसात के दिनों में सड़े-गले कार्बनिक पदार्थ पर अनायास ही दिखने लगता है। इसे या खुम्ब, 'खुंबी' या मशरूम भी कहते हैं। यह एक मृतोपजीवी जीव है जो हरित लवक के अभाव के कारण अपना भोजन स्वयं संश्लेषित नहीं कर सकता है। इसका शरीर थैलसनुमा होता है जिसको जड़, तना और पत्ती में नहीं बाँटा जा सकता है। खाने योग्य मशरूम को खुंबी कहा जाता है। जिसके चलते देश-विदेश में इसकी खेती भी होने लगी है। लेकिन हाल ही में एक शोध में ऐसे मशरूम की प्रजाति का पता लगा है जो बेहद खतरनाक और जहरीली होती है। यह इतनी जहरीली होती है कि अगर आप इसे छू भी लेंगे तो आपको कई तरह की बीमारी हो सकती है और मौत भी हो सकती है।

वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह मशरूम इतना जहरीला है कि इसे खाने से ऑर्गन फेल हो जाते हैं यानी इंसान के अंग काम करना बंद कर देते हैं या फिर इसकी वजह से ब्रेन डैमेज यानी दिमाग को भी नुकसान पहुंच सकता है। यहां तक कि इसे छूने मात्र से ही शरीर में सूजन हो सकती है। जेम्स कुक विश्वविद्यालय (जेसीयू) के शोधकर्ताओं के मुताबिक, यह एकमात्र ऐसा कवक है, जिसका जहर त्वचा के जरिए अवशोषित हो सकता है।

यह जहरीला कवक यानि मशरूम ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है और इसका रंग लाल होता है। वही कई जानकारों का यह भी कहना है कि कवक जापान और कोरिया जैसे एशियाई देशों में ही होता है, लेकिन कुछ दिन पहले ही इस कवक को क्वींसलैंड में खोजा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस जहरीले कवक की वजह से जापान और दक्षिण कोरिया में कई लोगों की मौत हुई है। लोगों ने इसे पारंपरिक चिकित्सा में इस्तेमाल किया जाने वाला खाद्य कवक समझकर चाय में मिलाकर पी लिया था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी।

पोडोस्ट्रोमा कॉर्नू-डामा नाम के इस जहरीले कवक को सबसे पहले चीन में साल 1895 में खोजा गया था। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, इस कवक को इंडोनेशिया और न्यू पापुआ गिनी में भी देखा गया है।