न्यूजीलैंड सरकार दक्षिणी द्वीप पर स्थित वैटाकी बांध के नजदीक एक पूरा गांव बेचने जा रही है, वह भी महज 28 लाख डॉलर्स (करीब 20.6 करोड़ रुपए) में। दरहसल, 1930 में बना वैटाकी गांव कभी बांध के काम की वजह से आबाद हुआ करता था, लेकिन 1989 में देश में शहरीकरण ने दस्तक दी। जिसके चलते बांध को भी ऑटोमैटिक कर दिया गया। इसके बाद कई लोग गांव छोड़कर देश के दूसरे हिस्सों में बस गए। खास बात है कि वैटाकी पहाड़ों से घिरे वैटाकी गांव में आठ बड़े घर, एक रेस्त्रां, एक लॉज और नौ गैराज हैं। लेकिन दिक्कत है गांव की कम जनसंख्या जो पिछड़ी रह गई। आज भी लोगों का गांव छोड़कर शहरों की तरफ पलायन जारी है।
- वैटाकी सबसे पहले बसाने के लिए 1991 में एक प्राइवेट फर्म को बेचा गया था। इसके बाद अगले सालों में कई लोगों ने यहां रोजगार बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन किसी को सफलता नहीं मिली।
- दो साल पहले ही साउथ ओटागो के काएतंगाता गांव ने वैटाकी की जनसंख्या बढ़ाने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया था। लेबर सरकार ने भी हर साल इस क्षेत्र के विकास के लिए अरबों डॉलर्स देने का ऐलान किया।
- सरकार का मकसद था कि लोग शहरों को छोड़कर लौटें और गांवों की बिगड़ती व्यवस्था को संभालें। लेकिन अब कोई भी शहर की मॉडर्न लाइफ छोड़कर गांव नहीं लौटना चाहता।
- अब न्यूजीलैंड में विदेशी खरीददारों के प्रॉपर्टी खरीदने पर भी रोक लग चुकी है। इसके चलते कई लोग मध्यस्थ के जरिए गांव खरीदना चाहते हैं। खासकर चीनी नागरिकों ने इसे खरीदने में काफी दिलचस्पी दिखाई है। हालांकि, न्यूजीलैंड सरकार चाहती है कि देश के लोग ही वहां प्रॉपर्टी खरीदें और गांव को फिर आबाद करें।
- रियल एसटेट एजेंट के मुताबिक, इस स्थिति में गांव को खरीदने के लिए 10 लाख डॉलर तक का प्रस्ताव आया है। इसके पीछे तर्क है कि बाहरी नागरिक न्यूजीलैंड में नहीं रहते और इस लिहाज से खाली पड़े गांव की स्थिति वैसी ही रह जाएगी जैसी अभी है। साथ ही चीन की तरफ से बढ़ता निवेश आने वाले समय में न्यूजीलैंड के लिए खतरा हो सकता है।