साइज में कोहिनूर से दोगुना है यह हीरा, कीमत 900 करोड़ रुपये

कोहिनूर हीरे के बारे में आपने कई बार सुना या पढ़ा होगा लेकिन आज हम जिस हीरे की बारे में आपको बताने वालें है वो कोहिनूर से दुगुने आकार का है। 39.5 मिलीमीटर लंबा 29.25 मिलीमीटर चौड़ा और 22.5 मिलीमीटर के घेरे वाला 37 ग्राम का जैकब डायमंड कोहिनूर से भी दोगुने आकार है। दरहसल, दिल्ली के नेशनल म्यूजियम में इन दिनों 18 वीं शताब्दी से लेकर 20वीं शताब्दी तक रहे हैदराबाद के निजाम के समय के आभूषणों की प्रदर्शनी लगी हुई है। जिसमे सबसे ज्यादा लोगों का ध्यान खींच रहा है 900 करोड़ रुपए का यह जैकब डायमंड। इसकी चमक लोगों को इसका दीवाना बना रही है। नेशनल म्यूजियम के महानिदेशक डॉ बुद्धरश्मि मणि के मुताबिक 'जैकब डायमंड की प्राइस वर्तमान में लगभग 100 मिलियन पाउंड है जिसका मतलब हुआ करीब 900 करोड़ रुपए इसकी कीमत है। लेकिन हम आपको बता दे ये हीरा बिक्री के लिए नहीं है। डॉ बुद्धरश्मि मणि ने बताया कि कोहिनूर जहां भारत की गोलकुंडा खान से निकला है वही यह जैकब डायमंड दक्षिण अफ्रीका की किंबरले खान से निकला है। कोहिनूर का रंग नीला है जबकि यह जैकब डायमंड सफ़ेद रंग का है।

बता दे, दिल्ली के नेशनल म्यूज़ियम में चल रही इस प्रदर्शनी में इस बेशक़ीमती हीरे के साथ साथ 173 अन्य हीरे, जवाहरात और आभूषण है जैसे इराक के बसरा के मोतियों का सात लड़ी वाला हार, नथ, अंगूठी,बाजूबंद,कंगन, पगड़ी में लगाने वाला सरपेंच,तुर्रा, हीरा और पन्ना लगे कमरबंद, नवरत्न पदक जैसे कई आभूषण जिनकी खूबसूरती का कोई मुकाबला नहीं। इन बेशकीमती चीजों की पहली प्रदर्शनी 2001 में 29 अगस्त से 15 सितंबर तक लगाई गई थी। जबकि दूसरी प्रदर्शनी 2007 में 30 सितंबर से 30 दिसंबर के बीच आयोजित की गई थी। अब यह प्रदर्शनी 19 फरवरी से 5 मई तक चलेगी। इसे सोमवार और नेशनल हॉलिडे को छोड़कर बाकी दिनों में सुबह 10 से शाम 6 बजे तक देखा जा सकता है। इस प्रदर्शनी को देखने के लिए 50 रुपये का टिकट लगाया गया है और 500 से 600 लोग रोजाना इनकी खूबसूरती निहारने पहुंच रहे हैं। देसी और विदेश पर्यटकों का दिल यह आभूषण खूब लुभा रहे हैं। ये प्रदर्शनी 5 मई तक चलेगी।