नाइजीरिया के कडुना से करीब एक दशक से चल रहे एक इस्लामिक स्कूल से 500 लोगों को पुलिस ने रेस्क्यू किया है। कडुना के पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि इनमें काफी संख्या में नाबालिग बच्चे शामिल हैं और बंधक बनाए गए लोगों में 100 छात्र जंजीरों से बंधे हुए थे। छुड़ाए गए लोगों में जंजीरों से बंधे 5 साल तक के बच्चे भी शामिल हैं। बंधकर बनाकर रखे गए छात्रों ने कहा कि स्टाफ उनके साथ रेप करते थे। हाउस ऑफ टॉर्चर
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, कडुना के पुलिस प्रमुख अली जंगा ने बताया है कि एक अज्ञात व्यक्ति ने इमारत में संदिग्ध गतिविधि की जानकारी दी थी। इसके बाद यहां छापा मारा गया। पुलिस प्रमुख ने घटनास्थल को हाउस ऑफ टॉर्चर करार दिया। पुलिस ने कहा कि रेस्क्यू किए गए कई लोग घायल थे, जबकि कई भूखे थे। कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें सालों से यहां रखा गया था और बाहर जाने की आजादी नहीं थी। एक युवक ने स्थानीय मीडिया को बताया कि 3 महीने से उनके पैरों में जंजीर बंधे थे। अगर कोई व्यक्ति यहां से भागने की कोशिश करता तो उसे सीलिंग फैन से लटका दिया गया था।
कडुना के पुलिस प्रवक्ता याकुबू सबो ने कहा कि लोगों को यहां कुरान की शिक्षा देने के नाम पर रखा गया था। पैरेंट्स को लगता था कि वे बच्चों को सुधारने और कुरान की शिक्षा देने के लिए यहां भेज रहे हैं। कई लोगों से ड्रग और बीमारियों से छुटकारा दिलाने का वादा भी किया गया था। कडुना के पुलिस प्रवक्ता याकुबू सबो ने कहा टीचर्स सहित आठ संदिग्धों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, रेस्क्यू किए गए लोग अलग-अलग देशों के नागरिक हैं। एक पीड़ित ने बताया कि कुछ छात्र यहां टॉर्चर की वजह अपना दम तौड़ चुके है।