पुराने समय में अनचाहे गर्भ को गिराने के लिए होता था इन सर चकराने वाले ख़तरनाक तरीकों का इस्तेमाल

आज के समय में तकनिकी इतनी विकसित हो गई हैं कि आपको कई तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं आसानी से मिल जाती हैं लेकिन पहले के समय में इसके लिए कुछ अनोखे तरीके अपनाए जाते थे। ऐसा ही कुछ होता था अनचाहे गर्भ को गिराने के लिए। हांलाकि यह कानूनन जुर्म हैं लेकिन किसी विशेष परिस्थिति में कानून के तहत कोर्ट से इजाजत के बाद गर्भपात कराया जा सकता हैं। आजकल तो यह मशीनों की मदद से आसानी से किया जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पहले महिलाएं अबॉर्शन के लिए कई ख़तरनाक तरीके अपनाती थीं। इनके बारे में जानकर ही सिर चकराने लगेगा। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

- कुछ जगहों पर महिलाएं अपने प्राइवेट पार्ट के अन्दर जोंक (लिचेस) डाल लेती थीं। लोगों का मानना था कि ये कीड़े गर्भ में पल रहे भ्रूण को मार कर खा जाएंगे और इस तरह उनका अबॉर्शन हो जाएगा।

- महिलाएं गर्भपात के लिए टाइट कपड़े पहनती थीं। लॉजिक के मुताबिक, टाइट कपड़ों में गर्भ में पल रहा फ़ीटस बढ़ नहीं पाता और महिला का गर्भपात हो जाता था।

- कई महिलाएं अबॉर्शन के लिए अपनी बॉडी में हैंगर या बड़ी सुई डालती थीं। इस तरह की नुकीली चीज़ें गर्भ में मौजूद बच्चे को नुकसान पहुंचाकर गर्भपात करवा देती थी।

- कई जगहों पर शॉक थैरेपी के जरिए गर्भपात करवाया जाता था। महिलाओं को बिना एनेस्थीसिया दिए उनके दांत उखाड़े जाते थे या प्रेग्नेंट महिला को कुत्तों से कटवाया जाता था।

- कई जगहों पर प्रेग्नेंट महिलाएं अपने पेट पर हथौड़े या कुल्हाड़ी से वार करती थीं, ताकि गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो जाए।