आज के समय में इंसान इस कदर गिर चुका है कि वह अपने फायदे के लिए किसी की भी बलि चढ़ा देता हैं। खासतौर से जानवरों को नुकसान पहुँचाना और उनके अंगों का अवैध धंधा करना तो एक चलन बन गया हैं। क्या आप जानते है कि छिपकली का भी अवैध धंधा किया जाता हैं और उसे महँगी कीमतों में बेचा जाता हैं। तो आइये जानते है, हम बताते है आपको इस बारे में।
हम बताने जा रहे है एक ऐसी ही छिपकली के बारे में जिसकी कीमत है 40 लाख से भी ज्यादा और आपको यह भी बताएंगे की इस छिपकली की इतनी ज्यादा कीमत क्यों हैं
इस छिपकली की का नाम ‘गीको’ है और यह बिहार और नेपाल के जंगलों में पाई जाती है। वर्तमान में भारत-नेपाल सीमा पर SSB की 19 वी बटालियन ने गीको नामक एक छिपकली के साथ कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
असल में गीको नामक इस छिपकली का मीट दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में मर्दानगी बढ़ाने की दवा, नपुंसकता, डायबिटीज,एड्स और कैंसर की परंपरागत दबाईया बनाने में बहुत कारगर साबित होता है, दूसरी और चीन की चाइनीज ट्रेडिशनल मेडिसिन में भी इसका उपयोग किया जाता है और इसकी मांग वहां भी काफी बढ़ी हुई है।