धनुषकोटि को माना जाता है देश का सबसे भयानक गाँव, पक्षी भी जाने से डरते हैं

भारत बहुत बड़ा देश हैं और जिसमें आये दिन कई ऐसी बातें सुनाई में आती हैं, जिनपर विश्वास करना बहुत कठिन होता हैं। आपने कई ऐसी जगहों के बारे में सुना होगा जहां भूतों का वास हो। ऐसे में ही आज हम आपको एक ऐसे गाँव के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे देश का सबसे भयानक गाँव माना जाता हैं। यह एक ऐसा गांव है जहां की सुनसान सड़कें और डरावना माहौल आपको भी डरा सकता है। तो आइये जानते हैं इस गाँव के बारे में।

धनुषकोटि गांव वीरान है लेकिन श्रीलंका से महज 18 मील की दूरी पर है। तमिलनाडु के रामेश्वरम जिले में स्थित इस गांव में अंधेरे में जाना मना है। यह भारत और श्रीलंका के बीच एकमात्र स्थलीय सीमा है जो बालू के टीले पर सिर्फ 50 गज की लंबाई में दुनिया के सबसे छोटे जगहों में से एक है।

यह जगह डरावनी होने के बावजूद पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने में कामयाब है। बता दें कि ये जगह भुतहा जगहों की सूची में शुमार हो चुकी है। इसलिए पर्यटक दिन के उजाले में घूमने जाते हैं और शाम तक रामेश्वरम लौट आते हैं, क्योंकि पूरा रास्ता सुनसान-डरावना व रहस्य से भरा हुआ है।

हिदूं धर्मग्रथों के अनुसार रावण के भाई विभीषण के अनुरोध पर श्रीराम ने अपने धनुष के एक सिरे से सेतु को तोड़ दिया और इस प्रकार इसका नाम धनुषकोटि पड़ा। राम ने अपने धनुष के एक छोर से सेतु के लिए इस स्थान को चिह्नित किया। एक रेखा में पाई जाने वाली चट्टानों व टापूओं की शृंखला प्राचीन सेतु के ध्वंसावशेष के रूप में दिखाई देती हैं, जिसे राम सेतु के नाम से भी जाना जाता है।