कोलकाता पुलिस ने यहां साल्ट लेक इलाके के BE ब्लॉक से 38 साल के एक शख्स को हिरासत में लिया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उस व्यक्ति ने अंतिम संस्कार के लिए शुभ मुहूर्त के इंतजार में अपनी मां का शव 18 दिनों तक घर में ही छुपा रखा था। अधिकारी ने बताया कि उन्हें एक मकान के अंदर से बदबू आने की शिकायत मिली थी। पुलिस टीम जब वहां जांच के लिए पहुंची तो उन्हें उस दो मंजिला मकान के अंदर 75 वर्षीय महिला कृष्णा भट्टाचार्य का शव सड़ी-गली अवस्था में मिला। लाश की हालत इतनी बुरी थी कि उसमें कीड़े पड़ गए थे।
अधिकारी के अनुसार, कृष्णा के बेटे मैत्रेय ने पूछताछ में बताया कि वह ईसाई रिति-रिवाज के अनुसार मां को दफनाने के लिए शुभ मुहुर्त का इंतजार कर रहा था। उसकी मां एक रिटायर्ड टीचर थी, जो भवानीपुर स्थित गर्ल्स स्कूल में पढ़ाया करती थी। वहीं उसके पिता गोराचंद भट्टाचार्य सरकारी अस्पताल SSKM में न्यूरोसर्जन थे। गोराचंद की भी 2013 में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। पुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक, मैत्रेय मानसिक रूप से बीमार प्रतीत होता है। पुलिस ने महिला का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है। इस घटना ने जून, 2015 में हुई ऐसी ही एक घटना की याद ताजा कर दी है, जब दक्षिण कोलकाता के रॉबिनसन स्ट्रीट इलाके के 44 वर्षीय बाशिंदे को उसके घर में उसकी बहन और कुत्ते के कंकाल के साथ पाया गया था। वह इन कंकालों के साथ छह महीने से रह रहा था।