आज के समय में कोई भी चीज खरीदने के लिए पैसों की जरूरत पड़ती हैं। हांलाकि अगर आप अपने घर के बड़े-बुजुर्गों से बात करेंगे तो जानेंगे कि पुराने समय में व्यापार और चीजों की खरीददारी पैसों से बहुत कम की जाती थी। उस समय चीजों के आदान-प्रदान से ही वस्तुओं की खरीददारी की जाती थी। वर्तमान समय में ऐसे ही कुछ हालात बने हुए हैं वेनेजुएला देश के। फर्क सिर्फ इतना है कि यहाँ अब लोग पैसे गिनकर नहीं बल्कि सामान के बराबर तौलकर देते हैं।
अमेरिकी महाद्वीप का यह देश वेनेजुएला है। करीब तीन करोड़ की आबादी वाले वेनेजुएला में इस संकट की जड़ें 2014 तक जाती हैं जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में दो-तिहाई तक की गिरावट आ गई थी। इससे वेनेजुएला की आय पर काफी बुरा असर पड़ा।
दुनिया में तेल के सबसे बड़े भंडार यहां पर हैं लेकिन बीते दो साल के दौरान तेल की बिक्री से होने वाली वेनेजुएला की आमदनी करीब 40 फीसदी घट गई है। इसका असर उसकी मुद्रा बॉलिवर पर पड़ा है जिसकी कीमत लगातार गिरती जा रही है।
वेनेजुएला की करेंसी इतनी गिर गई है की कई जगह नोट गिनकर नहीं बल्कि तौलकर लिए जा रहे हैं। लोग अपने किचन का सामान भी बहुत पैसे देने के बाद ही ले पा रहे हैं।