कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर चीन से एक चौकाने वाला खुलासा हुआ है। चीन की सरकार कोरोना वायरस की वजह से मरने वालों की संख्या छिपाने के लिए बड़ी संख्या में शवों को जला रही है। वुहान (Wuhan) की कुछ सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें दिखाई दे रहा है कि शहर के ऊपर आग के बड़े गोले जैसा कुछ दिख रहा है। यह गोला यह बता रहा है कि सल्फर डाइऑक्साइड गैस (Sulphur dioxide Gas) बहुत ज्यादा मात्रा में निकल रही है। आपको बता दें कि शवों को जलाने पर बहुत ज्यादा मात्रा में सल्फर डाइऑक्साइड गैस (Sulphur dioxide Gas) गैस निकलती है। यह अपने आप में इसलिए भी अजीब है क्योंकि चीन में शवों को जलाने की परंपरा नहीं है।
सल्फर डाइऑक्साइड गैस का इतनी ज्यादा मात्रा में निकलने को लेकर दुनियाभर के वैज्ञानिकों का मानना है कि इतनी ज्यादा मात्रा में गैस तभी निकल सकती है जब कोई मेडिकल वेस्ट जलाया जा रहा हो। या फिर लोगों के शव जलाए जा रहे हो। चीन की सोशल मीडिया पर यह भी जानकारी चल रही है कि वुहान (Wuhan) शहर के बाहरी हिस्से में लोगों के शव जलाए जा रहे हैं। वुहान में सल्फर डाइऑक्साइड का स्तर 1700 यूजी/क्यूबिक मीटर है, जो खतरे के स्तर से 21 गुना ज्यादा है। 80 यूजी/क्यूबिक मीटर खतरनाक माना जाता है। ऐसी ही तस्वीर चोंगक्विंग की भी है। वहां भी महामारी बड़े पैमाने पर फैली है। यह वुहान से 900 किमी दूर है।
पर्यावरणीय विशेषज्ञों के मुताबिक इतना ज्यादा सल्फर डाइऑक्साइड गैस निकलने का मतलब है कि करीब 14 हजार शव जलाए गए होंगे। सिर्फ यही नहीं, अमेरिका के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक शवों को जलाने पर सल्फर गैस के अलावा पैरा-डाईऑक्सिन और हाइड्रोक्लोरिक एसिड जैसे केमिकल भी निकलते हैं।
न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की मानें तो अगले कुछ हफ्तों में चीन के सिर्फ एक शहर वुहान में संक्रमित लोगों की तादाद बढ़कर 5 लाख तक पहुंच सकती है। वुहान हुबेई प्रांत का वह शहर है जहां से कोरोना वायरस फैलने की शुरुआत हुई थी। यह वायरस वहां के पशु बाजार से फैला। इस शहर में 23 जनवरी से ही 1 करोड़ 10 लाख लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं। लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन ऐंड ट्रॉपिकल मेडिसिन ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि वुहान में संक्रमित लोगों की संख्या इसी तरह बढ़ती रही जो फरवरी खत्म होते-होते शहर की 5 प्रतिशत आबादी यानी 5 लाख से अधिक लोग करॉना से संक्रमित हो जाएंगे। इससे पहले शंघाई सिविल अफेयर्स ब्यूरो के डेप्युटी हेड ने खुलासा किया था कि कोरोना अब हवा में मौजूद सूक्ष्म बूंदों से चिपककर एयरोसोल बना रहा है जिससे उसके फैलने की रफ्तार बढ़ रही है।
बता दे, कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से पूरी दुनिया में अब तक 1,018 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें से चीन में 908 लोगों की जान जा चुकी है। पूरी दुनिया में अब तक 43,098 लोग संक्रमित हो चुके हैं। कुल बीमार लोगों में से 40,171 संक्रमित लोग सिर्फ चीन में है। अब एक बड़ा खुलासा ये हो रहा है कि चीन की सरकार मरने वालों की संख्या छिपाने के लिए बड़ी संख्या में शवों को जला रही है।