दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए जहां एक तरफ कई देशों में लोग पूरी तरह से लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के कड़े नियमों का पालन कर रहे है वहीं, युगांडा से एक चौकाने वाली बात सामने आई है। बता दे, युगांडा में फिलहाल कोरोना वायरस के 55 मामले हैं जबकि 7 लोग रिकवर हो चुके हैं। अभी तक कोरोना संक्रमण से यहां किसी की मौत नहीं हुई है।
सरकारी क्वारनटीन में रह रहे तमाम लोगों ने एक-दूसरे के साथ शारीरिक संबंध बनाना शुरू कर दिया है। युगांडा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात का खुलासा किया है। युगांडा के स्वास्थ्य मंत्रालय के स्थायी सचिव डियाना अटविने ने रेडियो वन में कहा कि उन्हें सबसे ज्यादा इस बात की चिंता है कि इससे कोरोना वायरस महामारी को रोकने की कोशिशों पर पानी फिर जाएगा।
कोरोना वायरस के खतरे को लेकर गंभीर नहींउन्होंने कहा कि लोग क्वारनटीन सेंटर्स पर मिल रहे लोगों के साथ संबंध बनाने के लिए एक कमरे से दूसरे कमरे में जा रहे हैं। इससे कोरोना वायरस का संक्रमण और फैल जाएगा। अटविने ने कहा, युगांडा के नागरिक कोरोना वायरस के खतरे को लेकर गंभीर नहीं हैं। क्वारंटीन में रह रहे कुछ लोग सेक्सुअल अफेयर चला रहे हैं। हमने उन्हें जहां क्वारनटीन में रखा है, वे वहां दूसरों के कमरों में जा रहे हैं। अजनबियों के साथ अफेयर के अलावा, कुछ लोग अपने दोस्तों और कलीग्स से मिलने के लिए होटल में इधर से उधर चक्कर लगा रहे हैं। ये बहुत ही खतरनाक है और इससे हमारी तमाम कोशिशों को झटका लगेगा।
अटविने ने कहा कि यही वजह है कि 14 दिन बीतने के बाद भी कुछ लोगों को क्वारनटीन में ही रखा गया है। लोगों की आवाजाही रोकने के लिए क्वारनटीन सेंटर्स पर सुरक्षा अधिकारियों की भी तैनाती कर दी गई है। मार्च महीने में स्वास्थ्य मंत्रालय ने 17 जगहों को आइसोलेशन सेंटर बनाया था ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में कमी लाई जा सके। मंत्रालय ने बताया था कि कंपला और एनतेबे में 17 क्वारनटीन सेंटर्स बनाए गए हैं जिनमें सामाजिक दर्जा देखे बिना सभी की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। होटल्स, हॉस्पिटल्स, लॉज और यूनिवर्सिटी में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में 232 से ज्यादा लोगों को क्वारनटीन किया गया है।