कोरोना लॉकडाउन : पाकिस्तान में तड़प-तड़पकर मर गए सैकड़ों बिल्लियां, कुत्ते और खरगोश

पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या तेजी से बढ़कर 3864 हो गयी है। इसमें 500 से अधिक मामले नए हैं और कोरोना से मारे गए लोगों की संख्या 54 पहुंच गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर सुबह जारी आंकड़ों में बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के चार रोगियों की मृत्यु हो गई। उसने कहा कि कोविड-19 के कुल 54 रोगियों की मृत्यु हो गई। 429 रोगी सही हो चुके हैं वहीं 28 की हालत गंभीर है। कोरोना वायरस संकट से जूझ रहे पाकिस्‍तान में सैकड़ों लावारिश पशुओं की मौत हो गई है।

दरअसल, पाकिस्तान के बड़े शहरों में लॉकडाउन के चलते जल्दबाजी में बंद किए गए यहां के पशु बाजार में पिंजड़ों में बंद सैकड़ों बिल्लियां, कुत्ते और खरगोश मृत मिले हैं। कराची के एंप्रेस मार्केट में जिंदा बचे पशुओं को जरूर बचा लिया गया है। पिंजड़ों में कैद पशुओं के लिए पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने अपील की थी। एसीएफ एनिमल रेस्क्यू नामक संस्था चलाने वाली आयशा चुंदरीगर ने कहा कि दुकानों के बाहर से पशुओं की चीखने की आवाज सुनी जा सकती थी। उन्होंने कहा, ‘जब हम अंदर पहुंचे तो उनमें से अधिकतर, करीब 70% मर चुके थे।’ लाहौर में भी पशुओं के साथ ऐसा ही हुआ। हालांकि कई ऐसे थे अभी भी जिंदा थे। इन्‍हें बचा लिया गया है।

देश में अब तक 39,183 लोगों की जांच हो चुकी है जिनमें 3088 लोगों की जांच पिछले 24 घंटे में हुई है। वहीं, पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रांत में सोमवार को सरकारी अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने रक्षात्मक उपकरणों की अनुपलब्धता के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में पुलिस की ज्यादती के खिलाफ चिकित्सकों ने काम के बहिष्कार की धमकी दी। कोरोना वायरस के मरीजों को इलाज कर रहे 13 डॉक्टरों के इस जानलेवा बीमारी से संक्रमित पाए जाने के बाद युवा डॉक्टरों और पैरामेडिकल कर्मियों ने प्रांतीय राजधानी क्वेटा में प्रदर्शन का आह्वान किया था।