बॉस की इस हरकत से अनजान थे सभी कर्मचारी, हर हफ्ते करना पड़ता था 1.25 घंटे एक्स्ट्रा काम

जब भी ऑफिस की बात आती हैं तो बॉस का जिक्र जरूर होता हैं जो चाहता हैं कि उसके कर्मचारी समय से पहले ऑफिस आए और देर तक काम करते रहे। हांलाकि इसके लिए जरूरी हैं कि बॉस और कर्मचारियों के बीच का रिश्ता अच्छा हो। लेकिन कई बार बॉस काम करवाने के लिए ऐसे पैंतरे अपनाते हैं जो कर्मचारियों को काम करने पर मजबूर कर ही देते हैं। इसका एक हैरान करने वाला मामला सामने आया ऑनलाइन शेयरिंग प्लेटफॉर्म रेडिट पर जहां एक कर्मचारी ने अपने साथ दफ्तर में हो रहे धोखे को उजागर किया। उसने बताया कि बिना पैसे के ओवरटाइम कराने के लिए रोज़ाना उनकी घड़ी से छेड़छाड़ की जाती थी।

The Sun की रिपोर्ट के मुताबिक जब कर्मचारी को पता चला कि उसके और बाकी कर्मचारियों के साथ धोखा हो रहा है, तो उन्हें बहुत गुस्सा आया। उनके बॉस ने अपनी घड़ी की टाइमिंग बदलने वाली ट्रिक से उन्हें बिना पैसे के हर हफ्ते 1.25 घंटे एक्स्ट्रा काम कराया। अपनी कहानी रेडिट पर शेयर करते हुए पीड़ित कर्मचारी ने बताया है कि हफ्ते के 5 दिनों में वो हर दिन 15 मिनट का नुकसान झेल रहा था। BreadstickNick नाम की आईडी से इस शख्स ने बॉस की घटिया हरकत बयान करते हुए लिखा कि जब वो नौकरी के लिए ट्रेनिंग ले रहे थे तो उन्हें कहा गया था कि वे सभी सॉफ्टवेयर्स की टाइमिंग 10-15 मिनट आगे रखें। ऐसे में उन्होंने अपनी घड़ी में सुबह 6:45 की टाइमिंग सेट कर ली। जब उन्होंने कुछ हफ्तों पहले अपनी पेमेंट टाइमशीट चेक की तो उन्हें पता चला कि उनकी टाइमिंग तो 7 बजे से शुरू हो रही थी। ये जानने के बाद कर्मचारियों ने 7 बजे की टाइमिंग सेट कर ली, लेकिन उनके बॉस ने इसे 7:10 की टाइमिंग पर सेट कर दिया।

इस हिसाब से 5 दिन में हर हफ्ते 1.25 घंटे की सैलरी का नुकसान हो रहा था। महीने में ये नुकसान 7 घंटे का होता था और अगर साल भर चलता तो करीब 65 घंटे का होता। इस पोस्ट पर कर्मचारी के साथ लोगों ने संवेदना ज़ाहिर की और अपनी प्रतिक्रिया देते हुए 900 कमेंट्स किए। एक यूज़र ने लिखा इस तरह की चीज़ों से खून खौल जाता है। एक अन्य यूज़र ने कहा कि ये आपकी गलती नहीं है, आपके बॉस आपको बेवकूफ बना रहे थे। उन्हें बताइए कि वे कितने गलत हैं।