इस कोरोनाकाल में देखा गया हैं कि लोगों में जहाँ एक तरफ मानवता की मिसाल खड़ी की हैं तो दूसरी तरफ लोगों में एक-दूसरे से भय भी होने लगा हैं। लेकिन इसी के साथ ही देखा जा रहा हैं कि लोग पालतू जानवरों के साथ भी सौतेला व्यवहार करने लगे हैं। इस संकट की घड़ी में अफवाह सबसे ज्यादा परेशान करने वाली होती हैं। इस बीच असम सरकार द्वारा पालतू जानवरों को लेकर आदेश जारी किया गया हैं जिसके अनुसार अगर कोई कोरोना वायरस के डर से पालतू जानवरों को छोड़ता है तो उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
असम पुलिस ने जिला पुलिस प्रमुखों को आदेश जारी करते हुए यह कहा है सुनिश्चित किया जाए कि कोरोना वायरस की आशंका पर लोगों के अपने पालतू जानवर छोड़ने पर कानूनी कार्रवाई की जा सके। असम में कई दुकनदारों ने पालतू जानवरों से दूरी बनाए रखने के लिए उन्हें अपने दुकानों में ही बंद कर दिया है।
असम राज्य पुलिस मुख्यालय ने पालतू जानवरों को छोड़ने वाले लोगों को लेकर गुवाहाटी शहर के पुलिस आयुक्त और सभी पुलिस अधीक्षकों को आदेश जारी करते हुए कहा है कि पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) इंडिया के जरिए कार्रवाई करें।
असम पुलिस के इस आदेश पर पेटा इंडिया इमरजेंसी रिस्पांस टीम के एसोसिएट मैनेजर मीत अंसारी ने कहा कि अधिकारियों को ऐसा निर्देश देने के लिए असम पुलिस को धन्यवाद देते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जो लोग कोरोना वायरस के संकट के दौरान जानवरों के साथ ठीक व्यवहार नहीं करते हैं, उनपर कानूनी रूप से कड़ी कार्रवाई हो।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच कई तरह के अफवाहें भी फैल रही हैं। ऐसे में अफवाह ये भी फैल रही है कि पालतू जानवरों के संपर्क में आने से कोरोना वायरस का संक्रमण हो सकता है। लेकिन अभी तक इस बात का किसी भी देश के विशेषज्ञों ने दावा नहीं किया है।