एक महिला ने अपने पति से आलू रखने के लिए बेसमेंट में एक कमरा बनाने को कहा लेकिन पति ने जमीन के अंदर एक महल ही खड़ा कर दिया। पढ़ कर कुछ अजीब सा लग रहा है न लेकिन यह सच है आर्मेनिया के अरिंज गांव में एक महिला तोस्या घारीबिन ने अपने पति लेवोन अरकेल्यान से आलू रखने के लिए बेसमेंट में एक कमरा बनाने को कहा।
लेवोन ने 23 साल में जमीन के अंदर एक महल तैयार कर दिया। 2008 में लेवोन दुनिया में नहीं रहे लेकिन उनका बनाया महल पर्यटकों को खूब लुभा रहा है। तोस्या बताती हैं, "लेवोन ने जब एक बार खुदाई शुरू की तो फिर उसके बाद वे नहीं रुके।
1985 में उन्होंने काम शुरू किया। मैंने उन्हें कई बार रोकना चाहा, लेकिन वे अपनी योजना पर अडिग रहे। उन्होंने घर बनाने का प्रशिक्षण लिया था। इस काम के लिए वे रोज 18 घंटे काम करते थे। काम के दौरान वे कुछ देर की झपकी लेते, उसके बाद फिर गुफा खोदने में जुट जाते। उन्हें भरोसा था कि ईश्वर उनकी मदद कर रहा है।
20 साल से ज्यादा समय में लेवोन ने जमीन के अंदर सामान्य औजारों से तीन हजार वर्गफुट हिस्सा खोद लिया।'' लेवोन की 44 साल की बेटी अरक्स्या बताती हैं, "बचपन में जमीन के अंदर से खुदाई की काफी आवाजें आती थीं। शुरुआत में जमीन खोदने में उन्हें काफी मेहनत लगी क्योंकि जमीन के नीचे बेसाल्ट पत्थर था।''
जमीन के अंदर बने महलनुमा घर को मध्ययुगीन इमारत की शक्ल दी गई है। महल में गुफाएं और नहरें भी बनाई गईं हैं। दरवाजों को मेहराब की शक्ल दी गई है। दीवारों पर बड़े-बड़े आले उकेरे गए हैं। तोस्या यहां आने वाले पर्यटकों को अपने इस महल के सातों कमरे दिखाती हैं। वे इसे प्यार की निशानी करार देती हैं।
600 ट्रक मिट्टी निकाली : लेवोन की मेहनत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने खुदाई में 600 ट्रक मिट्टी और पत्थर निकाले। 2008 में महल की एक दीवार टूट गई। इसके चलते लेवोन को हार्टअटैक आया और 67 साल में उनकी मौत हो गई। तोस्या ने अपने पति की याद में एक म्यूजियम भी बनाया है।