जब भी कभी अच्छे स्वास्थ्य की बात की जाती हैं तो सबसे पहले स्वच्छता और सफाई को महत्व दिया जाता हैं। लेकिन आज इस कड़ी में हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताए जा रहे हैं जिसका सफाई या नहाने से कोई वास्ता नहीं हैं लेकिन इसके बावजूद भी वह स्वस्थ हैं जो कि वैज्ञानिकों के लिए अब एक खोज का विषय बन चुका हैं। हम बात कर रहे हैं 87 साल के अमोउ हाजी की जो सालों से फुटपाथ पर रहते हैं, यहीं कचरे में पड़े खाने-पीने की चीजों और जमरे जानवरों के मांस से अपना पेट भरते हैं। मगर इससे उनके स्वास्थ्य पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ा। ये कहना है उस शख्स की मेडिकल जांच में लगी शोधकर्ताओं की टीम का। जिन्होंने न सिर्फ उस बुजुर्ग की पूरी तरह स्कैनिंक करवाई। बल्कि उसके रहन सहन पर भी पूरा शोध किया। जिसके बाद वो इस नतीजे पर पहुंचे कि बेहद गंदी तरह जीवनयापन करने के बाद भी 67 सालों से उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या नहीं हुई।
अमोऊ हाजी खुद बताते हैं कि वो पिछले 67 सालों ने नहाए नहीं है। अपने कपड़े भी नहीं धोए हैं। गंदगी उन्हें मजबूत बनाती है। गांव के बाहर एक गड्ढे के भीतर रहते हैं वो, आस-पास के लोग कभी कुछ खाने को दे देते हैं। नहीं देते तो सड़क पर फेंकी चीजों से ही काम चला लेते हैं। नहीं तो मर कर सड़ चुके जानवरों के मांस से भी भर लेते हैं पेट। लोग उनका मज़ाक भी बनाते हैं लेकिन उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वो अपनी धुन में रहते हैं। सड़क किनारे बहते पानी से प्यास बुझाते हैं। दिन भर जानवरों की गंदगी से भरे कश लगाते हैं। फिर भी पूरी तरह सेहतमंद हैं। उनकी जांच रिपोर्ट के बाद वो इलाके के लोगों के लिए प्रेरणा बन गए हैं। जहां लोग हर वक्त अपनी सेहत, खान-पान, साफ-सफाई और कपड़ों का ख्याल रखते हैं फिर भी न जाने कितनी बिमारियों से घिरे रहते हैं ऐसे में फुटपाथ पर रहने वाले 87 साल के बुज़ुर्ग का इस हालत में भी हेल्दी रहना आश्चर्य नहीं तो और क्या है।