महिधरपुरा में रहने वाले जय रुवाला के परदादा द्वारा इंग्लैंड से मंगाई गई 100 साल पुरानी और 200 किलो वजनी तिजोरी की चाबी गुम हो गई थी। दूसरी चाबी बनाने में तीन दिन का वक्त लगा। यह तिजोरी फायर प्रूफ है।
तिजोरी की लंबाई 2 फीट, चौड़ाई 1.5 फीट और ऊंचाई 2.5 फीट है। आग लगने के बाद भी इसके अंदर रखे सामान को आंच तक नहीं आती है।
तिजोरी परिवार के लिए विरासत की तरह है। इसके दरवाजे की मोटाई 6 इंच है। 12 मजदूर भी इसे मिलकर उठा नहीं सके। लोहे के सरिया से खिसकाने की कोशिश भी बेकार गई। हालांकि यह जानकारी नहीं है कि तिजोरी की चाबी कब गुम हुई।