
राजस्थान के बारां जिले में पिछले 24 घंटों से जारी मूसलाधार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार हो रही बरसात के चलते कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जहां पुलिया बह गई, रास्ते बंद हो गए और मकान ढहने से एक मासूम की मौत हो गई। सबसे ज्यादा बारिश शाहाबाद उपखंड में 193 मिमी दर्ज की गई है। हालात की गंभीरता को देखते हुए एसडीआरएफ की टीमें सक्रिय कर दी गई हैं, जिन्होंने 37 लोगों का सफल रेस्क्यू किया है। वहीं दूसरी ओर शाहाबाद घाटी में भारी भूस्खलन से नेशनल हाइवे-27 बाधित हो गया है।
बारिश ने ढाया कहर, बह गई पुलिया, ढह गई पुरानी दीवारबारिश से मांगरोल में 70 साल पुरानी एक दीवार ढह गई, जिससे मलबे में दबकर एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि एक अन्य घायल हो गया। देवरी में पलको नदी का पानी बस्तियों में घुस आया, तो वहीं छत्रगंज-जलवाड़ा की रपट बह गई। नाहरगढ़ में बांदीपुरा तालाब रिसने लगा है और कस्बाथाना में पुल निर्माण का सारा सामान बह गया। पार्वती-किशनपुरा बांध पर पानी की 12 फीट ऊंची चादर चल रही है, जिससे हाइलेवल ब्रिज के पिलर तक डूब चुके हैं।
चारागाह में फंसे चरवाहे, 2450 भेड़ें और ऊंट रेस्क्यू किए गएबारिश की मार सिर्फ इंसानों तक सीमित नहीं रही। यावदा ग्राम पंचायत के पास पार्वती नदी के टापू पर पाली, अजमेर, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़ जैसे जिलों से आए भेड़पालक फंस गए। इन चरवाहों के साथ 2450 भेड़, 31 ऊंट, एक खच्चर और कई कुत्ते भी पानी में फंस गए थे। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और मोटरबोट की मदद से सभी 29 लोगों व जानवरों को सुरक्षित बाहर निकाल कर रामपुरा सुंडा के स्कूल में शिफ्ट किया गया।
विद्युत लाइन बहने से अंधेरे में डूबे गांवभंवरगढ़-नाहरगढ़ मार्ग पर बरनी नदी की पुलिया तेज बहाव में बह गई, जिससे पूरे इलाके की बिजली सप्लाई ठप हो गई। यहां 123 केवी विद्युत लाइन भी पानी में बह गई। साथ ही कई गांवों का संपर्क कट गया। बारिश के कारण अस्पताल रोड, तखड़िया तलाई, कोली मोहल्ला जैसी बस्तियों में पानी भर गया और दुकानों व अस्पतालों में भी जलजमाव हो गया।
थाने में घुसा पानी, रिकॉर्ड भीगा, पुलिसकर्मी बचाव में जुटेभंवरगढ़ थाना परिसर भी इस बार बारिश की चपेट से नहीं बच पाया। चार फीट तक पानी भर गया, जिससे सरकारी रिकॉर्ड और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खराब हो गए। पुलिसकर्मी खुद जलप्लावन से रिकॉर्ड और सामान बचाते नजर आए। कई स्कूलों, खेल मैदानों और खेतों में पानी भर जाने से जनजीवन ठप हो गया है।
शाहाबाद घाटी में भूस्खलन, हाईवे ठपलगातार बारिश से शाहाबाद घाटी में भूस्खलन हुआ, जिससे एक बड़ी चट्टान नेशनल हाइवे 27 पर आ गिरी। इसके कारण भारी वाहनों की आवाजाही बंद हो गई और दोनों ओर लंबा जाम लग गया। प्रशासन ने वैकल्पिक मार्गों की तलाश शुरू कर दी है।
तीन घंटे में 4 इंच बारिश, पार्वती नदी उफान परकिशनगंज कस्बे में केवल तीन घंटे में 4.25 इंच बारिश हुई, जिससे पार्वती नदी उफान पर आ गई। बजरंगगढ़ और जलवाड़ा के बीच संपर्क मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है। तहसीलदार के अनुसार नदी-नालों में तेज बहाव के कारण कई लोग फंस गए हैं।
भारी बारिश के आंकड़े (24 घंटे में)—शाहाबाद – 193 मिमी
—किशनगंज – 189 मिमी
—मांगरोल – 185 मिमी
—अटरू – 142 मिमी
—बारां – 104 मिमी
—छबड़ा – 91 मिमी
—छीपाबड़ौद – 81 मिमी
—अन्ता – 37 मिमी
बारां समेत पूरे जिले में बारिश ने जिस तरह की तबाही मचाई है, वह मानसून की शुरुआत में ही चिंता बढ़ाने वाली है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और अधिक बारिश का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में प्रशासन की सतर्कता और आमजन की सावधानी ही बड़ी दुर्घटनाओं से बचा सकती है।