ओडिशा के कटक में बाली जात्रा के दौरान बुधवार की रात एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। त्योहार के दौरान एक झूला तकनीकी खराबी के कारण अचानक रुक गया और करीब 30 फुट ऊंचाई पर आठ लोग फंस गए। पुलिस और रेस्क्यू टीम के अनुसार, घटना रात लगभग 11 बजे हुई, जब आठ लोग झूले पर सवार थे। झूला अचानक रुक जाने के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। वहां मौजूद लोगों की सांसें दो घंटे तक अटकी रहीं, क्योंकि झूले में फंसे लोग न तो नीचे उतर सकते थे और न ही खुद को सुरक्षित महसूस कर पा रहे थे।
हाइड्रोलिक लिफ्ट से सफल रेस्क्यूपुलिस ने बताया कि इस घटना में एक महिला और दो बच्चे भी शामिल थे। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हाइड्रोलिक लिफ्ट का इस्तेमाल किया गया और सभी आठ लोगों को सुरक्षित उतारा गया। इस दौरान झूले पर फंसे लोगों के चेहरे पर डर और घबराहट साफ दिखाई दे रही थी। उनका परिवार भी बेहद चिंतित था, क्योंकि लोग झूले में दो घंटे से ज्यादा समय तक फंसे रहे।
अग्निशमन टीम की बहादुरीओडिशा अग्निशमन सेवा के अधिकारी पी. के. जेना ने बताया कि रेस्क्यू चुनौतीपूर्ण था। “हमने सुनिश्चित किया कि झूले पर फंसे लोग घबराएं नहीं और उन्हें एक-एक करके सुरक्षित निकाला गया। हर कदम पर सावधानी बरती गई,” उन्होंने कहा।
बचाव अधिकारी टी. के. बाबू ने बताया कि झूले का वजन संतुलित करना बेहद जरूरी था, ताकि रेस्क्यू के दौरान कोई हादसा न हो। आठ लोगों को बचाने में कुल एक घंटे से अधिक समय लगा।
सभी को सुरक्षित बचाया गयाकटक के डीसीपी खिलाड़ी ऋषिकेश ज्ञानदेव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी पूरे बचाव अभियान की निगरानी कर रहे थे। डीसीपी ने पुष्टि की कि झूले में फंसे सभी आठ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और अग्निशमन टीम की तत्परता और बहादुरी को भी उजागर किया।