राजा रघुवंशी हत्याकांड: नाले से मिला रहस्यमयी पैकेट, मेघालय पुलिस को मिले अहम सुराग; खुल सकते हैं कई राज

बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक नई कड़ी सामने आई है, जिसने पूरे मामले को और भी रहस्यमय बना दिया है। इस हाई-प्रोफाइल केस से जुड़े अहम सबूतों को छिपाने की कोशिश अब नाकाम होती नजर आ रही है। मेघालय पुलिस ने बुधवार को इंदौर के पलासिया इलाके में एक नाले से प्लास्टिक की थैली में बंधा हुआ संदिग्ध सामान बरामद किया है। आशंका है कि यह सामान राजा रघुवंशी हत्याकांड से जुड़े महत्वपूर्ण सुराग छिपाए हुए है, जो मामले की सच्चाई उजागर कर सकते हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मेघालय पुलिस की टीम स्थानीय पुलिसकर्मियों के साथ उस स्थान पर पहुंची, जहां ‘रियल एस्टेट कारोबारी’ शिलोम जेम्स की निशानदेही पर यह कार्रवाई की गई। पुलिस ने बताया कि कुछ देर की सघन खोजबीन के बाद नाले से वह संदिग्ध पैकेट बरामद कर लिया गया। हालांकि, मेघालय पुलिस ने अब तक इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।

क्या बोले इंदौर पुलिस अधिकारी?

इंदौर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, प्लास्टिक थैली में संभवतः एक तमंचा मौजूद है। यह वही हथियार हो सकता है जो उस फ्लैट से गायब हुआ था, जहां राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम हत्या के बाद कई दिन तक रुकी थी। इस घटनाक्रम से पहले भी आरोपी जेम्स की निशानदेही पर मेघालय पुलिस ने 22 जून को एक खाली प्लॉट से एक बैग के जले हुए टुकड़े बरामद किए थे।

हत्याकांड से जुड़े सबूतों को छिपाने और नष्ट करने के आरोप में जेम्स के अलावा फ्लैट मालिक लोकेंद्र सिंह तोमर और सुरक्षा गार्ड बलबीर उर्फ बल्ला को गिरफ्तार किया जा चुका है। तीनों आरोपी फिलहाल मेघालय पुलिस की ट्रांजिट हिरासत में हैं और उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है।

पुलिस को खाली मिला फ्लैट, गहराता शक

सूत्रों के अनुसार, जिस फ्लैट में सोनम हत्याकांड के बाद छिपी थी, उसे आरोपी विशाल चौहान को जेम्स ने किराए पर दिलाया था। जेम्स, जो इंदौर में एक रियल एस्टेट कंपनी चलाता है, ने मीडिया को बताया था कि 30 मई को चौहान ने उससे संपर्क कर 17,000 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से फ्लैट किराए पर लिया था।

मेघालय पुलिस जब वहां सबूतों की तलाश में पहुंची तो फ्लैट पूरी तरह से खाली मिला। शक और गहराने लगा जब पता चला कि सोनम कई दिनों तक इस फ्लैट में रही और फिर वहां से एक टैक्सी बुक कर सीधे उत्तर प्रदेश के गाजीपुर पहुंची। वहां आठ जून की देर रात उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।