ICICI बैंक ने ग्राहकों को दिया झटका, ATM ट्रांजेक्शन, कैश डिपॉजिट, IMPS और डेबिट कार्ड पर बढ़े चार्ज, 1 जुलाई से होंगे लागू

1 जुलाई 2025 से देश के प्रमुख निजी बैंक ICICI ने ग्राहकों के लिए बैंकिंग सेवाओं के चार्ज स्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव किया है। ATM से पैसे निकालना, कैश जमा करना, IMPS से पैसे ट्रांसफर करना या डेबिट कार्ड का इस्तेमाल—अब हर सेवा पर सीमाएं तय की गई हैं और उन्हें पार करने पर ग्राहकों को अतिरिक्त शुल्क देना होगा। वरिष्ठ नागरिकों को इन नियमों में आंशिक राहत दी गई है, लेकिन आम ग्राहकों की जेब पर इसका सीधा असर पड़ने वाला है।

मेट्रो और नॉन-मेट्रो के लिए अलग-अलग नियम

नए नियमों के अनुसार, मेट्रो शहरों (दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु) में ICICI बैंक ग्राहक केवल 3 बार ही दूसरे बैंक के ATM से ट्रांजेक्शन कर सकेंगे। इसके बाद हर फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन पर 23 रुपये और नॉन-फाइनेंशियल (जैसे बैलेंस चेक) पर 8.50 रुपये चार्ज देना होगा। नॉन-मेट्रो शहरों में यह सीमा 5 ट्रांजेक्शन की होगी। वहीं, ICICI बैंक के अपने ATM से ग्राहक हर महीने 5 बार फ्री फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन कर सकते हैं, उसके बाद हर बार 23 रुपये चार्ज लगेगा।

कैश डिपॉजिट और निकासी पर भी बदलाव

अब बैंक ब्रांच या ICICI की कैश डिपॉजिट मशीन से सिर्फ 3 बार कैश जमा करना फ्री रहेगा। चौथी बार से 150 रुपये प्रति ट्रांजेक्शन शुल्क लिया जाएगा। एक लाख रुपये तक की मासिक कैश डिपॉजिट सीमा पर कोई शुल्क नहीं है, लेकिन इससे ऊपर के ट्रांजेक्शन पर 3.5 रुपये प्रति हजार या न्यूनतम 150 रुपये—जो भी अधिक हो—देना होगा।

इसी तरह, महीने में 3 बार फ्री कैश निकासी की सुविधा मिलेगी। चौथी बार से वही चार्ज लागू होंगे।

IMPS से पैसे भेजने पर भी चार्ज

अगर आप मोबाइल या इंटरनेट बैंकिंग से IMPS के जरिए पैसे ट्रांसफर करते हैं, तो अब इस पर भी शुल्क देना होगा:

—₹1,000 तक: ₹2.5

—₹1 लाख तक: ₹5

—₹5 लाख तक: ₹15

ये चार्ज ट्रांजेक्शन अमाउंट के आधार पर अलग-अलग होंगे और ऑटोमैटिक कट जाएंगे।

डेबिट कार्ड और डिमांड ड्राफ्ट भी महंगे

ICICI बैंक ने अपने डेबिट कार्ड के सालाना शुल्क में भी बढ़ोतरी की है।

—सामान्य ग्राहकों को अब ₹300 सालाना देना होगा।

—ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहकों के लिए यह शुल्क ₹150 तय किया गया है।

—यदि कार्ड गुम या डैमेज हो जाता है तो नया कार्ड बनवाने पर ₹300 शुल्क लगेगा।

डिमांड ड्राफ्ट बनवाने पर अब ₹2 प्रति हजार रुपये की दर से शुल्क लिया जाएगा, जिसकी न्यूनतम सीमा ₹50 और अधिकतम सीमा ₹15,000 तय की गई है।

सीनियर सिटीजनों को राहत

हालांकि वरिष्ठ नागरिकों के लिए कुछ नियमों में छूट दी गई है। कुछ चार्जेस लागू नहीं होंगे या उनमें रियायत दी गई है। लेकिन इसके बावजूद अधिकतर बदलाव आम ग्राहकों पर प्रभाव डालने वाले हैं।

ICICI बैंक के नए चार्जेस का प्रभाव उन ग्राहकों पर ज्यादा पड़ेगा, जो बार-बार कैश ट्रांजेक्शन करते हैं या दूसरे बैंकों के ATM का इस्तेमाल करते हैं। डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने की दिशा में इसे एक कदम माना जा सकता है, लेकिन आम लोगों के लिए यह निश्चित रूप से जेब पर भार बढ़ाने वाला बदलाव साबित होगा। जो ग्राहक अब भी नकदी लेन-देन पर निर्भर हैं, उन्हें सावधानी से ट्रांजेक्शन की योजना बनानी होगी।