'मांगलिक दोष से युक्त थे...', राजा और सोनम की शादी तय कराने वाले पंडित जी का चौंकाने वाला बयान

इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में अब ज्योतिषाचार्य और पंडित नंद कुमार पाण्डेय का भी बड़ा और चौंकाने वाला बयान सामने आया है। ये वही प्रतिष्ठित पंडित हैं, जिन्होंने राजा और सोनम रघुवंशी की कुण्डली का गहराई से मिलान कर उनका रिश्ता तय करवाया था। उन्होंने स्पष्ट रूप से बताया कि राजा और सोनम दोनों ही मांगलिक दोष से युक्त थे और दोनों के कुल साढ़े 19 गुण मिल रहे थे, जो वैवाहिक दृष्टिकोण से एक शुभ संकेत माना जाता है।

न्यूज एजेंसी एएनआई से विशेष बातचीत में पंडित नंद कुमार पाण्डेय ने कहा, दोनों कुण्डलियां पूरी तरह से मांगलिक थीं। आमतौर पर अगर एक व्यक्ति मांगलिक हो, तो दूसरे का भी मांगलिक होना अत्यंत आवश्यक होता है, तभी ग्रहों की अनुकूलता बनी रहती है। इसी ज्योतिषीय आधार पर मैंने इस विवाह के लिए स्वीकृति दी थी। राजा और सोनम के साढ़े 19 गुण आपसी मेल दर्शा रहे थे। दोनों की गृह मैत्री की स्थिति अनुकूल थी, और कहा जाता है कि गृह मैत्री जैसी शुभ स्थिति बहुत भाग्य से प्राप्त होती है। अक्सर जब बाकी गुण कम हों लेकिन गृह मैत्री मिलती हो, तो विवाह का निर्णय ले लिया जाता है। यही कारण था कि राजा और सोनम का विवाह तय किया गया।

पंडित जी ने आगे विस्तार से बताया, जब हमने टीवी और समाचार चैनलों के माध्यम से देखा कि बच्चे अचानक गायब हो गए हैं और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, तो हमारे घर में इसको लेकर गंभीर चर्चा हुई कि क्या ज्योतिषीय माध्यम से कुछ जानकारी निकाली जा सकती है। इसके बाद मैंने हनुमान ज्योतिष की विधि अपनाकर ज्योतिषीय विश्लेषण किया। उसमें यह संकेत मिला कि संबंधित व्यक्ति पूर्व दिशा की ओर गया है और देर से लौटेगा।

महिला के हाथ होने की बात आई सामने

उन्होंने आगे बताया, इसके बाद राम शलाका प्रश्नावली का सहारा लिया गया, जिसमें स्पष्ट हुआ कि प्रश्न लंका कांड से संबंधित है, जो कार्य की पूर्ति में संदेह उत्पन्न करता है। तत्पश्चात भारतीय पारंपरिक ज्योतिष से पंचांग के माध्यम से लग्न का आकलन किया गया, तब कन्या लग्न का प्रभाव चल रहा था। उसी विश्लेषण में यह तथ्य उभरा कि इस पूरी घटना में किसी महिला की सीधी संलिप्तता है और कार्य की सिद्धि विलंब से होगी।

जब पंडित जी से पूछा गया कि क्या उन्होंने राजा या सोनम के परिवारवालों को इस संदर्भ में कुछ बताया, तो उन्होंने स्पष्ट कहा, हमने यह बात किसी को नहीं बताई क्योंकि उनके परिवारवालों ने हमसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं मांगी। यह सिर्फ हमारे घर के अंदर की निजी बातचीत थी, जो चिंता और मंथन का विषय बनी हुई थी।

सोनम को लेकर भावुक हुए पंडित जी

सोनम रघुवंशी को लेकर पंडित नंद कुमार पाण्डेय ने भावुक होकर कहा, कभी कल्पना भी नहीं कर सकते थे कि ऐसा कुछ हो सकता है। सोनम मेरी आंखों के सामने पैदा हुई, यहीं हमारे मोहल्ले में चार मकान छोड़कर उसका घर है। हमारे बच्चे उसके साथ ही पढ़े हैं। उसे कभी किसी गलत कार्य में संलग्न नहीं देखा। लेकिन अब जो तथ्य और घटनाक्रम सामने आ रहे हैं, वह देख कर मन बहुत व्यथित हो उठा है। विश्वास नहीं हो रहा कि कोई इतनी हद तक गिर सकता है। उस मासूम राजा रघुवंशी के साथ न्याय होना अत्यंत आवश्यक है। अब देखना यह है कि सरकार और न्यायपालिका इस मामले में क्या निर्णय लेती है।

सोनम के भाई गोविंद ने मीडिया के सामने रोते हुए कहा है कि यदि उसकी बहन दोषी पाई जाती है तो उसे फांसी की सजा मिलनी चाहिए। इस पर पंडित जी ने गंभीर स्वर में कहा, जब एक सगा भाई यह कह रहा है कि उसकी बहन को फांसी की सजा मिलनी चाहिए, तो समझिए कि उस लड़की ने कितना बड़ा अपराध किया है। उसने न सिर्फ एक जीवन छीना बल्कि कन्या नाम को भी कलंकित कर दिया।