
अहमदाबाद में हाल ही में सामने आया भयावह विमान हादसा पूरे देश को झकझोर गया है। गुरुवार को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 लंदन के लिए उड़ान भरते ही कुछ ही मिनटों में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस त्रासदी के पीछे के कारणों की गहराई से जांच करने के उद्देश्य से सिविल एविएशन मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय, बहु-विषयक जांच समिति का गठन किया है, जो इस घटना से जुड़ी सभी परिस्थितियों की विस्तार से समीक्षा करेगी।
यह हाई लेवल कमेटी विशेष रूप से एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 के क्रैश की वजहों का पता लगाएगी और साथ ही मौजूदा मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOPs) की समीक्षा कर भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं से बचाव के लिए ठोस और व्यापक दिशा-निर्देश भी सुझाएगी।
जांच समिति में कौन-कौन होगा शामिल?इस विशेष जांच समिति की अध्यक्षता भारत सरकार के गृह मंत्रालय से केंद्रीय गृह सचिव करेंगे। इसमें नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव, गृह मंत्रालय के अतिरिक्त/संयुक्त सचिव, गुजरात राज्य गृह विभाग और राज्य आपदा प्रतिक्रिया प्राधिकरण के प्रतिनिधि, अहमदाबाद के पुलिस आयुक्त, भारतीय वायुसेना और नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो के महानिदेशक, डीजीसीए और फोरेंसिक विज्ञान निदेशालय के निदेशक सहित कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहेंगे।
इसके अलावा, यदि समिति उपयुक्त समझे तो इसमें विमानन सुरक्षा विशेषज्ञ, अनुभवी दुर्घटना जांचकर्ता और कानूनी सलाहकारों को भी शामिल किया जा सकता है। समिति को कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर, फ्लाइट डेटा, विमान रखरखाव का रिकॉर्ड, एयर ट्रैफिक कंट्रोल लॉग, प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही जैसी सभी आवश्यक जानकारी तक पूर्ण पहुंच प्रदान की जाएगी।
तीन महीने में सौंपेगी रिपोर्टजांच प्रक्रिया में दुर्घटनास्थल का निरीक्षण, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर, चालक दल और अन्य संबंधित व्यक्तियों का साक्षात्कार शामिल होगा। यदि दुर्घटना में कोई विदेशी नागरिक या विमान निर्माता जुड़ा है, तो अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से सहयोग भी किया जाएगा। इस हाई लेवल कमेटी को अपनी अंतिम रिपोर्ट तीन महीनों के भीतर प्रस्तुत करनी होगी।
भयानक हादसा, 241 यात्रियों की मौतइस भयावह दुर्घटना में फ्लाइट AI-171 ने जैसे ही अहमदाबाद से उड़ान भरी, महज 5 मिनट के भीतर 625 फीट की ऊंचाई पर जाकर बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकरा गई। विमान में सवार 242 यात्रियों में से केवल एक व्यक्ति ही जीवित बच पाया। हादसे में 241 यात्रियों और हॉस्टल परिसर में मौजूद कई लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। प्लेन के टकराने से हॉस्टल की इमारत पूरी तरह ध्वस्त हो गई और 65 छात्रों की जान चली गई।