Bihar Election 2025: जन सुराज पार्टी की दूसरी सूची जारी, प्रशांत किशोर ने किया बड़ा ऐलान, बोले – अति पिछड़े समाज को देंगे 70 टिकट

बिहार की राजनीति में इस बार का विधानसभा चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है। जहां एक ओर पुराने दल अपनी साख बचाने की जद्दोजहद में लगे हैं, वहीं प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (JSP) ने सियासी मैदान में नई ऊर्जा और रणनीति के साथ एंट्री की है। पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी की है, जिसमें कुल 65 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं।

प्रशांत किशोर का बड़ा बयान – “अति पिछड़ों को मिलेगा विशेष प्रतिनिधित्व”

लिस्ट जारी करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज पार्टी का लक्ष्य समाज के हर वर्ग को राजनीतिक रूप से सशक्त बनाना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी अति पिछड़ा समाज (EBC) से कम से कम 70 उम्मीदवारों को टिकट देने जा रही है। किशोर ने कहा – “हम सत्ता नहीं, व्यवस्था बदलने आए हैं। अब राजनीति जनता के हाथ में लौटेगी।”

भागलपुर दंगे का जिक्र और अभय कांत झा की भूमिका

प्रशांत किशोर ने इस दौरान बिहार के सामाजिक-राजनीतिक इतिहास की सबसे दर्दनाक घटना — भागलपुर दंगे — का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अभय कांत झा ने उस दौर में 850 से अधिक परिवारों को बचाया, उनका पुनर्वास और मुआवजा सुनिश्चित किया, और वह भी लगभग नि:शुल्क कानूनी मदद देकर। किशोर बोले, “बड़े-बड़े नेता और पार्टियां उस वक्त वहां गईं, लेकिन अभय कांत झा ने राजनीति से दूर रहकर इंसानियत की मिसाल पेश की। अब जब वे जन सुराज के साथ हैं, तो यह बदलाव का संकेत है।”

पूर्व मंत्री रामचंद्र सहनी ने थामा जन सुराज का हाथ

जन सुराज पार्टी को एक और बड़ी सियासी ताकत तब मिली जब पूर्व मंत्री रामचंद्र सहनी पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि 2005 से 2010 तक मंत्री और 2020 तक विधायक रहे, लेकिन उम्र के कारण BJP ने पिछली बार टिकट नहीं दिया। इसके बावजूद वे पार्टी के साथ जुड़े रहे। सहनी ने कहा, “प्रशांत किशोर की सोच मुझे पसंद आई। सुगौली में जन सुराज अभी कमजोर है, लेकिन हम इसे मजबूत कर जन सुराज का गढ़ बनाएंगे।”

प्रशांत किशोर ने बताया कि सहनी को पार्टी से जोड़ने की कोशिश तीन वर्षों से जारी थी, और अब जाकर वे राजी हुए हैं।

जन सुराज पार्टी की दूसरी लिस्ट में कौन-कौन

नई सूची में विभिन्न सामाजिक वर्गों का संतुलन साधने की कोशिश की गई है। पार्टी के अनुसार —

कुल उम्मीदवार: 65

सामान्य वर्ग: 46

अति पिछड़ा वर्ग (EBC): 14

अनुसूचित जाति (SC): 19 (इनमें से एक सीट अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित)

अल्पसंख्यक उम्मीदवार: 14

दिलचस्प बात यह है कि हरनौत सीट, जो सामान्य श्रेणी की है, वहां अनुसूचित जाति से आने वाले कमलेश पासवान को प्रत्याशी बनाया गया है।

बिहार में बढ़ती जन सुराज की पकड़

जन सुराज पार्टी धीरे-धीरे बिहार के राजनीतिक मानचित्र पर अपनी उपस्थिति मजबूत कर रही है। प्रशांत किशोर ने कई जिलों में जन संवाद यात्राएं की हैं और लोगों से सीधा संवाद स्थापित किया है। उनका कहना है कि जनता ही अब असली उम्मीदवार चुनेगी, और उनकी पार्टी किसी जाति या धर्म की राजनीति नहीं, बल्कि जनहित की राजनीति करेगी।