पिछले दो दिनों से देशभर में इंडिगो की विमान सेवाएं गंभीर बाधाओं से जूझ रही हैं, जिसके चलते कई उड़ानें या तो अचानक रद्द हो रही हैं या घंटों की देरी से उड़ान भर रही हैं। इसका सीधा असर यात्रियों की यात्रा योजनाओं पर दिखाई दे रहा है और लोग काफी परेशान हैं।
झारखंड के रांची और देवघर एयरपोर्ट तथा पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर (अंडाल) हवाईअड्डे पर इंडिगो की सेवाओं में भारी अव्यवस्था देखने को मिली। बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द होने से यात्रियों को न केवल अपनी यात्रा योजनाएं बदलनी पड़ीं, बल्कि रीबुकिंग और रिफंड के लिए एयरपोर्ट पर लंबा इंतजार भी करना पड़ा। अचानक हुए इस व्यवधान ने हवाईअड्डों पर अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया।
शुक्रवार को रांची, देवघर और दुर्गापुर में इंडिगो की कई महत्वपूर्ण उड़ानें रद्द कर दी गईं। यात्रियों का कहना है कि उड़ान रद्द होने की सूचना उन्हें सुबह मोबाइल पर संदेश के माध्यम से मिली। कई लोगों ने संदेश समय पर नहीं देखा, जिसके कारण वे एयरपोर्ट पहुंचने के बावजूद यात्रा नहीं कर सके। इस कारण हवाईअड्डे के टिकट काउंटरों और हेल्प डेस्क पर यात्रियों की भीड़ उमड़ आई।
सबसे ज्यादा गड़बड़ी दुर्गापुर (अंडाल) में देखने को मिली, जहां दिल्ली और हैदराबाद के लिए जाने वाली तीन प्रमुख उड़ानों को अंतिम क्षणों में रद्द कर दिया गया। इस अचानक बदलाव से यात्रियों में नाराजगी बढ़ी और कई लोगों के जरूरी कार्यक्रम भी प्रभावित हुए।
देवघर और रांची में भी इसी तरह उड़ान संचालन गड़बड़ाया रहा। यहां भी यात्री रीबुकिंग, रिफंड और वैकल्पिक उड़ानों की जानकारी लेने के लिए लाइन में लगे रहे। कई यात्रियों ने बताया कि पिछले कुछ समय से इंडिगो की उड़ानों में समयपालन की समस्या लगातार बढ़ रही है, जिससे असुविधा बढ़ गई है।
एयरलाइन प्रबंधन की ओर से तकनीकी खराबी, प्रतिकूल मौसम और संचालन संबंधी अड़चनों को उड़ान रद्द व देरी की प्रमुख वजह बताया जा रहा है। कई उड़ानों को देरी से उड़ाना पड़ा, कुछ को डायवर्ट किया गया और कुछ को पूरी तरह शेड्यूल से बाहर कर दिया गया।
यात्रियों ने एयरलाइन और हवाईअड्डा अधिकारियों से मांग की है कि उड़ानों के संचालन में पारदर्शिता लाई जाए और समय-समय पर सटीक सूचना उपलब्ध कराई जाए, ताकि यात्रा करने वाले लोगों को कम से कम परेशानी उठानी पड़े। वर्तमान स्थिति ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इंडिगो को अपने संचालन में सुधार के लिए कई मोर्चों पर तुरंत काम करने की आवश्यकता है।