गावस्कर ने किया पुजारा का बचाव, रोहित को आराम दे इस ओपनर को मौका देने की सिफारिश

यूं तो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में मिली हार के कई कारण रहे, लेकिन सबसे बड़ी वजह भारतीय बल्लेबाजों का फेल होना बताया जा रहा है। इसमें भी मध्यक्रम के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को बलि का बकरा बनाया गया। दरअसल पुजारा ने अपने स्वभाव के अनुसार काफी धीमे बल्लेबाजी की थी। दोनों पारियों में जमने के बावजूद वे बड़ा स्कोर नहीं बना पाए। पुजारा ने आखिरी बार जनवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक लगाया था। हालांकि लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर ने पुजारा का बचाव किया है।


गावस्कर ने कहा, पुजारा के ठोसे होने की वजह से दूसरे छोर...

गावस्कर ने 'स्पोर्ट्स तक' से कहा कि न्यूजीलैंड की बात करें तो डेवोन कॉनवे, केन विलियमसन, रॉस टेलर ने भी पुजारा की तरह धीमी शुरुआत की थी। पुजारा के ठोस होने की वजह से दूसरे छोर पर बल्लेबाज शॉट खेल सकते हैं। पुजारा एक छोर को सही पकड़कर रखते हैं। मयंक अग्रवाल बतौर ओपनर बढ़िया रहे हैं और वे दो दोहरे शतक जड़ चुके हैं। रोहित शर्मा को एक-दो टेस्ट में आराम देकर आप शुभमन गिल और मयंक को मौका दे सकते हैं।


गावस्कर के हिसाब से भारतीय बल्लेबाजों में रही यह कमी
गावस्कर ने आगे कहा कि टेस्ट क्रिकेट में धैर्य की आवश्यकता होती है। भारतीय बल्लेबाजों में इसकी थोड़ी कमी दिखाई दी। इस कारण उन्होंने शॉट खेलने की कोशिश की और विकेट गंवा दिए। जहां पर गेंद थोड़ा मूव करती है वहां संयम दिखाना काफी जरूरी होता है। यदि बल्लेबाजों ने संयम दिखाया होता तो बात कुछ और होती। परिस्थितियां न्यूजीलैंड के लायक थीं और इसका उन्होंने बखूबी फायदा उठाया।