भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल और चर्चित खिलाड़ियों में शुमार विराट कोहली ने आखिरकार अपनी टेस्ट रिटायरमेंट पर पहली बार सार्वजनिक रूप से प्रतिक्रिया दी है। युवराज सिंह द्वारा आयोजित विशेष गाला डिनर में विराट कोहली ने मजाकिया लहजे में यह संकेत दिया कि उम्र और समय ने अब उन्हें टेस्ट क्रिकेट से विदा लेने की ओर धकेल दिया था।
“दो दिन पहले ही दाढ़ी काली की है…”प्रोग्राम के 'मीट एंड ग्रीट' सेगमेंट में जब होस्ट गौरव कपूर ने कोहली से उनके टेस्ट रिटायरमेंट पर सवाल किया, तो कोहली ने मुस्कुराते हुए कहा, “मैंने दो दिन पहले ही अपनी दाढ़ी काली की है। जब आपको हर चार दिन में दाढ़ी रंगनी पड़े, तो समझ जाइए कि अब वक्त हो गया है।” इस चुटीले जवाब से वहां मौजूद दर्शकों में हंसी की लहर दौड़ गई, लेकिन इस बयान ने कोहली के फैसले के पीछे की गंभीरता को भी हल्के-फुल्के अंदाज़ में उजागर कर दिया।
रवि शास्त्री को बताया करियर का अहम हिस्साइस कार्यक्रम में जब कोहली मंच पर आए, तो उन्होंने अपने करियर में रवि शास्त्री की भूमिका की विशेष सराहना की। उन्होंने कहा, “अगर ईमानदारी से कहूं, तो रवि भाई के साथ काम नहीं किया होता, तो शायद मेरा टेस्ट करियर वैसा नहीं होता जैसा आज है। उन्होंने कई बार प्रेस कॉन्फ्रेंस में मेरे लिए खड़े होकर मुझे सपोर्ट किया। ऐसा कम देखने को मिलता है। वो मेरे सफर का एक अहम हिस्सा रहे हैं।”
रवि शास्त्री, युवराज सिंह, क्रिस गेल और केविन पीटरसन जैसे दिग्गजों की मौजूदगी में कोहली की यह भावुक प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि उन्होंने अपने टेस्ट करियर को कितनी संजीदगी और भावनात्मक जुड़ाव के साथ निभाया।
कब लिया था टेस्ट क्रिकेट से संन्यास?कोहली ने 12 मई 2025 को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ के लिए टीम चयन से ठीक पहले टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा था। उनसे पहले 7 मई को रोहित शर्मा भी टेस्ट क्रिकेट से रिटायर हो चुके थे। कोहली ने इससे पहले 2024 में टी20 इंटरनेशनल को भी अलविदा कह दिया था।
उनका आखिरी टेस्ट मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) में हुआ था। इसके बाद उन्होंने रणजी ट्रॉफी में भी वापसी की कोशिश की थी, लेकिन वहां भी वे रन बनाने में कामयाब नहीं हो सके। लगातार खराब फॉर्म और उम्र की दहलीज पार करते कोहली ने आखिरकार टेस्ट फॉर्मेट से खुद को अलग कर लिया।
अब सिर्फ वनडे में नजर आएंगे विराट-रोहितअब विराट कोहली और रोहित शर्मा भारतीय क्रिकेट टीम के लिए केवल वनडे प्रारूप में ही खेलते नजर आएंगे। इस बदलाव के साथ ही भारत की टेस्ट टीम की अगुवाई नए कप्तान और नए चेहरों के हाथ में आ चुकी है। कोहली और रोहित जैसे दिग्गजों का टेस्ट से जाना भारतीय क्रिकेट के एक युग का अंत कहा जा सकता है।
विराट कोहली ने अपनी शानदार टेस्ट पारी को गरिमा के साथ समाप्त किया है। भले ही उन्होंने मजाकिया अंदाज़ में इस रिटायरमेंट पर बात की हो, लेकिन उनके शब्दों में एक गहराई थी– उम्र, जिम्मेदारी और अपने करियर की समझदारी से लिया गया निर्णय। उनके इस कदम ने न केवल उन्हें, बल्कि भारतीय क्रिकेट को भी एक नए युग में प्रवेश करने का अवसर दिया है।