
आईपीएल 2025 के बाद क्रिकेट जगत की नई सनसनी बनकर उभरे 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी को लेकर अब टीम इंडिया में शामिल किए जाने की मांग तेज़ हो रही है। कई प्रशंसक तो उन्हें अगला सचिन तेंदुलकर तक कहने लगे हैं। लेकिन पूर्व भारतीय स्पिनर और चयनकर्ता वेंकटपति राजू ने साफ शब्दों में कहा है कि अभी उन्हें राष्ट्रीय टीम में शामिल नहीं किया जाना चाहिए और सचिन से तुलना करना भी जल्दबाज़ी होगी।
राजू ने क्या कहा वैभव को लेकर?पूर्व स्पिनर वेंकटपति राजू, जो 2007 में भारत की वर्ल्ड कप विजेता टी-20 टीम के चयनकर्ताओं में शामिल थे, का मानना है कि वैभव को अभी टीम इंडिया में नहीं लिया जाना चाहिए। उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा,
हां, अभी उसमें समय लगेगा। उसे अंडर-19 वर्ल्ड कप और घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। चार दिवसीय मैचों में खुद को साबित करना होगा। हम उसे समय दे सकते हैं क्योंकि उसमें प्रतिभा ज़रूर है।
सचिन से तुलना को बताया गलतराजू ने वैभव की तुलना सचिन तेंदुलकर से करने को अनुचित ठहराया। उन्होंने कहा कि सचिन ने घरेलू क्रिकेट में शुरुआत से ही असाधारण प्रदर्शन किया था।
सचिन ने रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी और इरानी ट्रॉफी—तीनों में अपने डेब्यू पर शतक मारा। उन्होंने भारत के लिए खेलने से पहले घरेलू स्तर पर खुद को बार-बार साबित किया।
राजू के मुताबिक, वैभव की प्रतिभा तो है लेकिन उनके करियर की शुरुआत है, इसलिए उन्हें समय देना होगा ताकि वह अपनी निरंतरता साबित कर सकें।
कौन हैं वैभव सूर्यवंशी?वैभव सूर्यवंशी इस वक्त इंडिया अंडर-19 टीम का हिस्सा हैं और इंग्लैंड दौरे पर हैं। महज़ 14 वर्ष की उम्र में उन्होंने क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया है। आईपीएल 2025 में उन्होंने किसी भी भारतीय खिलाड़ी द्वारा सबसे तेज शतक लगाया और फिर अंडर-19 अभ्यास मैच में मात्र 90 गेंदों में 190 रन ठोक डाले।
उनके ये प्रदर्शन कई दिग्गजों को चौंका गए हैं। क्रिकेटप्रेमियों का एक बड़ा तबका चाहता है कि वैभव को सीधे सीनियर टीम में जगह दी जाए, लेकिन विशेषज्ञ इससे सहमत नहीं।
क्या जल्द टीम इंडिया में दिखेंगे वैभव?वेंकटपति राजू की टिप्पणी यह संकेत देती है कि चयनकर्ता और दिग्गज खिलाड़ी भी वैभव की क्षमता को पहचानते हैं, लेकिन वह यह भी मानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने से पहले युवा खिलाड़ियों को अनुभव और परिपक्वता की ज़रूरत होती है।
राष्ट्रीय टीम में सीधे प्रवेश के बजाय अंडर-19 वर्ल्ड कप, रणजी ट्रॉफी जैसे मंचों पर वैभव को परखना और निखारना ज़्यादा ज़रूरी है।
वैभव सूर्यवंशी एक बेहतरीन प्रतिभा हैं और उनका भविष्य उज्ज्वल दिखता है, लेकिन जल्दबाज़ी में उन्हें टीम इंडिया में शामिल करना खतरनाक हो सकता है। वेंकटपति राजू जैसे अनुभवी क्रिकेटरों की सलाह है कि वैभव को समय, मार्गदर्शन और उपयुक्त मंच दिए जाएं ताकि वह भारत के लिए लंबे समय तक खेल सकें—सिर्फ एक झलक बनकर नहीं, बल्कि एक स्थायी सितारे के रूप में।